Bihar Politics: फूलन देवी स्मृति सभा में शामिल हुए VIP प्रमुख मुकेश सहनी, वीरांगना को बताया प्रेरणास्रोत Bihar Politics: फूलन देवी स्मृति सभा में शामिल हुए VIP प्रमुख मुकेश सहनी, वीरांगना को बताया प्रेरणास्रोत Bihar Teacher Fraud: बिहार में फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षक होंगे बेनकाब, अबतक 16 हजार से अधिक पर केस दर्ज Bihar Teacher Fraud: बिहार में फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षक होंगे बेनकाब, अबतक 16 हजार से अधिक पर केस दर्ज Bihar Crime News: बिहार के पैक्स अध्यक्ष की दबंगई, गाड़ी से टक्कर मारने के बाद युवक को बेरहमी से पीटा; वीडियो वायरल Bihar Crime News: बिहार के पैक्स अध्यक्ष की दबंगई, गाड़ी से टक्कर मारने के बाद युवक को बेरहमी से पीटा; वीडियो वायरल INDvsENG: मैनचेस्टर टेस्ट के बीच भारतीय गेंदबाजों पर बरसे विराट कोहली के भाई, फैंस ने कहा "ठीक ही तो कह रहा बंदा" Bihar News: बिहार में पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के निर्माण को मिली गति, डेयरी इंजीनियरिंग समेत कई बेहतरीन स्किल सीखेंगे छात्र Bihar News: शहाबुद्दीन अमर रहें से खान ब्रदर्स ज़िंदाबाद तक—तेजस्वी-चिराग की अपराध पर दोहरी चाल को HAM ने किया बेनकाब, राजनीति का चरित्र तो देखिए... Bihar Politics: ‘अपराध पर बयान देकर सुर्खियां बटोरना बना फैशन’ चिराग और तेजस्वी पर संतोष सुमन का डबल अटैक
01-Mar-2023 07:26 PM
By First Bihar
PATNA: NEET का एग्जाम 7 मई 2023 को होने जा रही है। परीक्षा की घड़ी नजदीक आने से छात्रों में घबराहट बढ़ती जा रही है। छात्रों को यह समझना मुश्किल हो रहा है कि आखिर अंतिम दो महीनों में नीट की तैयारी वे कैसे करें। छात्रों के इस उलझी हुई कड़ी को सुलझाने का प्रयास गोल इंस्टीट्यूट के फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने किया है। वे पिछले 25 वर्षों से छात्रों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। फर्स्ट बिहार की टीम ने जब उनसे बात की तब उन्होंने छात्रों को सफलता के टिप्स बताये। जानिये बिपिन सर ने छात्रों से क्या कुछ कहा..
1. छात्रों के लिए पढ़ाई के दौरान टाइम मैनेजमेंट आवश्यक
अंतिम के समय में छात्रों को यह नहीं पता चलता कि किस समय कौन सा विषय पढ़ें। कभी कभी छात्र एक ही विषय की पढ़ाई पूरे दिन करते रहते हैं। ऐसे में समय प्रबंधन सही से नहीं हो पाने के वजह से छात्र सभी विषयों में सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाते । अभी के समय में छात्रों के पास एक लिखित प्लान होना चाहिए जिसमें फिजिक्स, केमीस्ट्री और बॉयोलॉजी तीनों विषयों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित हो । प्रत्येक दिन तीनों विषय पढ़ना आवश्यक है।
2. बायोलॉजी के रीविजन पर सबसे ज्यादा समय दें छात्र
नीट में 50% प्रश्न बायोलॉजी से आते हैं, और इसके ज्यादातर प्रश्न मेमोरी बेस्ड होते हैं एवं एन॰सी॰ई॰आर॰टी॰ से पूछे जाते हैं। इसलिए अंतिम के समय में बायोलॉजी पर ज्यादातर समय देते हुए एन॰सी॰ई॰आर॰टी॰ को रिवाइज करें एवं एन॰सी॰ई॰आर॰टी॰ बेस्ड प्रश्नों से अभ्यास करें। कुछ महत्वपूर्ण याद रखने योग्य प्वाइंट्स को नोटबुक में नोट कर उसका नियमित रीविजन करें ।
3. केमीस्ट्री में ऑरगेनिक एवं इनऑरगेनिक पार्ट पर ज्यादा समय दें
पिछले कुछ वर्षों से नीट में फिजिकल, ऑरगेनिक एवं इनऑरगेनिक तीनों पार्ट से लगभग बराबर प्रश्न पूछे जा रहे हैं। ऐसे में छात्रों के लिए यह ज्यादा जरूरी है कि इनऑरगेनिक एवं ऑरगेनिक के पार्ट का रिविजन ज्यादा करें ताकि मेमोरी बेस्ड पार्ट से संबंधित प्रश्नों में गलती होने की संभावना कम हो। ऑरगेनिक एवं इनऑरगेनिक के लिए छात्रों में एन॰सी॰ई॰आर॰टी॰ से ही रीविजन करना चाहिए क्योंकि ज्यादातर प्रश्न इसी पुस्तक से पूछा जाता है। छात्र अपने शिक्षक द्वारा लिखवाए गए नोट्स का भी उपयोग कर सकते हैं। फिजिकल केमेस्ट्री में छात्रों को फॉरमूला का रीविजन एवं पहले बनाए गए प्रश्नों में से डाउट्स प्रश्नों को दुबारा प्रैक्टिस आवश्यक होगा।
4. फिजिक्स में फॉरमूला रिविजन एवं प्रश्नों का अभ्यास आवश्यक
अंतिम के समय में फिजिक्स के महत्वपूर्ण फॉरमूला को रीविजन के साथ-साथ महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास आवश्यक है। नीट के पुराने रिकार्ड के अनुसार मॉडर्न, करेंट, मैगनेट, लाइट, हीट एवं थर्मोडायनेमिक्स जैसे चैप्टर्स से सबसे ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए इन चैप्टर्स पर अंतिम समय में अवश्य ध्यान रखें।
5. नीट एवं ए॰आई॰पी॰एम॰टी॰ में पिछले 10 वर्षों में पूछे गए प्रश्नों से करें अभ्यास।
अपने स्पीड एवं एक्युरेसी को बढ़ाने के लिए और साथ ही पिछले वर्षों के कॉम्पीटीशन में पूछे गए प्रश्नों का कॉन्सेप्ट सिखने के लिए प्रत्येक दिन समय निर्धारित कर नीट में पूछे गए 1 पेपर को सॉल्व करें। साथ में जो प्रश्नों को बनाने में कठीनाई हो उसे डिस्कशन के मदद से या शिक्षक से मदद लेकर सॉल्व करें एवं महत्वपूर्ण बिंदूओं का नोट्स तैयार करें।
6. किसी रिजल्ट ऑरिएण्टेड इन्स्टीट्यूट के निगरानी में टेस्ट के माध्यम से अपने तैयारी की जांच करें।
अपने किए गए तैयारी का Assessment बहुत आवश्यक है ताकि उसके द्वारा समय रहते अपने कमियों को जान कर उसे कम करने की कोशिश करें। इसलिए जो इन्स्टीट्यूट कई वर्षों के एक्सपीरीयंस के साथ नीट के पैटर्न से बिल्कुल मिलता-जुलता टेस्ट लेता हो वहाँ टेस्ट के माध्यम से खुद को इम्प्रूव करने को कोशिश करें
7. आत्मविश्वास एवं धैर्य के साथ प्रगति पथ पर आगे बढ़ें
जिस तरह हमारे शरीर को खाने से ऊर्जा मिलता है उसी तरह हमारे मस्तिष्क को अच्छे विचारों से उर्जा मिलता है, इसलिए अपने सोच को हमेशा पॉजिटिव बनाए रखें। आत्मविश्वास के साथ अपने बनाए गए प्लान पर अमल करें एवं साथ ही अच्छा रिजल्ट लाने के लिए धैर्य रखें। अपने दिमाग को शांत रखने के लिए योगाभ्यास करें, संतुलित आहार लें एवं अच्छे लोगों के संपर्क में रहें।आत्मविश्वास एवं धैर्य के साथ किए गए सतत् प्रयास से सफलता अवश्य मिलेगी। हमारी शुभकामानाएँ आप सभी छात्रों के साथ है।