ब्रेकिंग न्यूज़

गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ बिहार में चुनावी सरगर्मी हुई तेज: शाह-नीतीश की मुलाकात के बाद JDU ने की बैठक, राहुल और तेजस्वी पर साधा निशाना अमित शाह का बेगूसराय दौरा, राहुल-लालू-तेजस्वी पर साधा जमकर निशाना पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा

लेट से ऑफिस आने वाले कर्मचारियों की कलेक्टर ने लगाई क्लास, कहा..कान पकड़ो और उठक-बैठक लगाओ

लेट से ऑफिस आने वाले कर्मचारियों को कलेक्टर ने कान पकड़कर उठक-बैठक कराई। वो खुद गेट पर हाजिरी रजिस्टर लेकर मेन गेट पर बैठ गए। कहने लगे कि कल से नहीं होना चाहिए दूसरी बार मौका नहीं दूंगा। सस्पेंड कर दूंगा।

up news

08-Jul-2025 03:56 PM

By First Bihar

DESK: सरकारी कार्यालयों में लापरवाही और अनुशासनहीनता पर अब लगाम कसती नजर आ रही है। जिले के कलेक्टर ने देर से आने वाले कर्मचारियों को सबक सिखाने के लिए ऐसा कदम उठाया, जो न केवल प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है।


खुद गेट पर बैठ गए कलेक्टर, उठक-बैठक कराई

मामला छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के कलेक्टर गोपाल वर्मा से जुड़ा है जिन्होंने जिला पंचायत कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सुबह 10 बजे तक भी कई कर्मचारी अपनी सीटों पर मौजूद नहीं थे। इससे नाराज होकर उन्होंने तत्काल एक कुर्सी मंगवाई और कार्यालय के मुख्य गेट पर खुद हाजिरी रजिस्टर लेकर बैठ गए।


इसके बाद जो भी कर्मचारी देर से आता दिखा, उसे तुरंत वहीं रोका गया और सख्ती से कान पकड़कर उठक-बैठक करवाई गई। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर भविष्य में दोबारा ऐसी गलती हुई, तो सीधा सस्पेंशन किया जाएगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, "कल से कोई देर से नहीं आना चाहिए, ये आखिरी मौका है। अगली बार सीधा निलंबन।"


अनुशासन के लिए उठाया सख्त कदम

कलेक्टर वर्मा ने बताया कि सरकारी दफ्तरों में समय पर उपस्थिति को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। पंचिंग मशीन होने के बावजूद कई कर्मचारी समय का पालन नहीं कर रहे थे, जिससे आम जनता को असुविधा हो रही थी। उन्होंने कहा कि "सरकारी कर्मचारी जनता की सेवा के लिए हैं। जब कर्मचारी समय पर नहीं आएंगे, तो जनता को काम कैसे मिलेगा? ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अनुशासन की स्थापना हमारी पहली जिम्मेदारी है।"


वीडियो हुआ वायरल

इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कलेक्टर खुद ऑफिस के बाहर बैठकर रजिस्टर संभालते नजर आ रहे हैं, और देर से आने वाले कर्मचारियों को उठक-बैठक कराते दिख रहे हैं। वीडियो के वायरल होते ही यह मामला चर्चा में आ गया। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कलेक्टर की इस कार्रवाई की प्रशंसा की। लोग कह रहे हैं कि सरकारी कर्मचारियों को जनता के समय का मूल्य समझना चाहिए और ऐसे ही कदम से दफ्तरों में अनुशासन सुनिश्चित होगा। यह घटना इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि कवर्धा छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री का क्षेत्र है। ऐसे में जिले में प्रशासनिक अनुशासन और सुचारू कामकाज को लेकर कलेक्टर पर अतिरिक्त जिम्मेदारी और जन अपेक्षा रहती है।


कर्मचारियों ने कहा कि अब से समय पर आएंगे

कलेक्टर की सख्ती का असर साफ दिखा। जिन कर्मचारियों को उठक-बैठक कराई गई, उन्होंने भविष्य में समय पर दफ्तर आने का वचन दिया। वहीं कार्यालय में मौजूद अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी इसे अनुशासन का जरूरी सबक बताया। कर्मचारियों ने कहा कि सर अब हम समय पर कार्यालय आएंगे। कलेक्टर साहब का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग कलेक्टर की खूब तारीफ कर रहे हैं।