पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा मोबाइल पर पत्नी से बात करने के दौरान युवक ने उठा लिया बड़ा कदम, दो साल पहले किया था लव मैरिज BIHAR NEWS : पटना में DRI की बड़ी कार्रवाई, साधु वेश में वन्यजीव तस्करों का भंडाफोड़; करोड़ों के तेंदुए की खाल बरामद खगड़िया में तेजस्वी यादव की गाड़ी कीचड़ में फंसी, ट्रैक्टर की मदद से निकाला गया New Rail Bridge Bihar: बिहारवासियों को बड़ी खुशखबरी, इस दिन से शुरू होगा यह पुल; तीन जिले के लोगों को मिलेगा सीधा फायदा BIHAR NEWS : बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा : मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और लघु उद्यमी योजना से अब तक 1.15 लाख से अधिक लाभुकों को मिला सहारा Bihar News: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच गयाजी में एक साथ बैठकर किया पिंडदान, विदेशी श्रद्धालुओं ने निभाई भारतीय परंपरा बिहार पुलिस मुख्यालय का बड़ा फैसला : "मद्यनिषेध एवं राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो" का गठन, 339 पदों को मिली मंजूरी; इनके पास होगा फुल पावर
10-May-2025 03:31 PM
By First Bihar
Success Story: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती 2024 में जहाँ लाखों युवाओं ने भाग लिया, वहीं एक नाम ऐसा भी है जिसने न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि समाज की धारणाओं को भी तोड़ा है। गोपालगंज की रहने वाली दिव्या ओझा, एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार, ने कठिन सामाजिक संघर्षों के बीच यह मुकाम हासिल कर समाज के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा की मिसाल कायम की है। बीते दिन बिहार पुलिस सिपाही भर्ती का रिजल्ट आया है, जिसमें दिव्या ने अपनी मेहनत से अपना नाम भी दर्ज कर लिया है।
दिव्या का रिजल्ट आने आने के बाद उन्होंने बताया कि वह पिछले ढाई साल से पटना में रहकर एक निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर रही थीं। वह कहती हैं रोज ताने सुनती थी, लोग कहते थे देखो छक्का जा रहा है, लेकिन मैं रुकी नहीं। मैं हार मानने वालों में से नहीं हूं। आज मुझे लग रहा है कि मैं भी इस समाज का हिस्सा हूं।
वहीं, जब परिणाम घोषित होने के रिजल्ट आने के बाद वह सबसे पहले अपने गुरुजन से मिलने पहुंचीं और भावुक होकर कहा कि मेरी मेहनत रंग लाई है। अब मैं समाज को दिखा सकी हूं कि ट्रांसजेंडर भी मेहनत से आगे बढ़ सकते हैं। बता दें कि इस बार की भर्ती में कुल 8 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है, जो अपने आप में ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। यह इस बात का संकेत है कि धीरे-धीरे सही, समाज अब हाशिये पर खड़े लोगों को मुख्यधारा में स्वीकार करना शुरू कर चुका है।
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा 2024 का डेटा
कुल रजिस्ट्रेशन: 17,87,720
रिटन एग्जाम में शामिल: 11,95,101
PET के लिए शॉर्टलिस्ट: 1,07,079
PET में शामिल: 86,539
मेल: 53,960
फीमेल: 32,569
ट्रांसजेंडर: 10
कुल चयनित अभ्यर्थी: 21,391
बिहार पुलिस में: 19,958
विशेष सशस्त्र पुलिस बल में: 1,433
वहीं, घर से बाहर निकलें, मेहनत करें, पढ़ाई करें और समाज को दिखाएं कि आप भी कुछ कर सकते हैं। अपनी पहचान को कमजोरी नहीं, ताकत बनाएं। दिव्या की सफलता केवल एक सरकारी नौकरी पाने की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक क्रांति की शुरुआत है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर जज्बा और मेहनत हो, तो कोई भी दीवार ऊँची नहीं होती। उनकी इस उपलब्धि से समाज को यह सीख लेनी चाहिए कि प्रोत्साहन और अवसर देना कितना जरूरी है, ताकि हर व्यक्ति अपनी क्षमता से देश की सेवा कर सके – चाहे उसकी लैंगिक पहचान कुछ भी हो।