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RBI के बैंकिंग नियम में बदलाव, जानें क्या होने वाला है इसका असर

भारतीय रिजर्व बैंक ने 1 जनवरी 2025 से बैंकिंग क्षेत्र में कई नए नियम लागू किए हैं, जो SBI, PNB, केनरा बैंक समेत सभी बैंकों पर लागू होंगे।

RBI

04-Jan-2025 08:15 AM

By First Bihar

RBI: भारतीय रिजर्व बैंक ने 1 जनवरी 2025 से बैंकिंग क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं। ये नियम भारत के सभी बैंकों जैसे SBI, PNB, केनरा बैंक आदि पर लागू होंगे और उनका उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और ग्राहक केंद्रित बनाना है। अगर आप भी बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करते हैं, तो इन बदलावों को समझना बेहद जरूरी है ताकि आप किसी भी समस्या से बच सकें।


1. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के नए नियम

NBFCs और HFCs के लिए नए FD नियम लागू किए गए हैं:

समय से पहले निकासी: अब 10,000 रुपये तक की छोटी जमा राशि को 3 महीने के भीतर बिना ब्याज के निकाला जा सकता है।

आंशिक निकासी: बड़ी जमा राशि के लिए, मूल राशि का 50% या 5 लाख रुपये (जो भी कम हो) 3 महीने के भीतर बिना ब्याज के निकाला जा सकता है।

गंभीर बीमारी के मामले: गंभीर बीमारी की स्थिति में पूरी राशि बिना ब्याज के निकाली जा सकती है।

परिपक्वता सूचना: अब NBFCs को जमा की परिपक्वता से कम से कम दो सप्ताह पहले ग्राहकों को सूचित करना होगा।


2. क्रेडिट कार्ड के नए नियम

क्रेडिट कार्ड के उपयोग में भी कुछ बदलाव किए गए हैं:

एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस: अब एयरपोर्ट लाउंज का उपयोग करने के लिए न्यूनतम खर्च की शर्त जोड़ी गई है।

रिवॉर्ड पॉइंट्स: UPI लेनदेन पर रिवॉर्ड पॉइंट्स की सीमा में बदलाव किया गया है।

सुविधाओं में बदलाव: कई बैंक अपने क्रेडिट कार्ड की सुविधाओं में बदलाव कर रहे हैं।


3. क्रेडिट डेटा अपडेट के नए नियम

RBI ने क्रेडिट डेटा के अपडेट के नियमों में बदलाव किए हैं:

अपडेट की आवृत्ति: अब क्रेडिट जानकारी हर 15 दिन में अपडेट होगी।

तेज अपडेट: पहले मासिक अपडेट होते थे, अब यह महीने की 15 तारीख और आखिरी दिन पर होगा।

सटीक जानकारी: इससे क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट अधिक सटीक और अप-टू-डेट बने रहेंगे।


4. डिजिटल बैंकिंग में सुधार

डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए नए बदलाव किए गए हैं:

सुरक्षा: ऑनलाइन बैंकिंग में सुरक्षा को बढ़ाया जाएगा।

यूजर इंटरफेस सुधार: मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग अधिक सरल और सुलभ होगा।

नई सुविधाएँ: नई डिजिटल सेवाएँ जोड़ी जाएंगी, जो ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाएंगी।


5. निष्क्रिय खातों पर कार्रवाई

बैंक अब निष्क्रिय खातों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे:

दो साल से निष्क्रिय खाते: अगर कोई खाता दो साल से निष्क्रिय है, तो उसे बंद किया जा सकता है।

सूचना: खाताधारकों को पहले सूचित किया जाएगा ताकि वे अपने खाते को सक्रिय कर सकें।


6. KYC अपडेट अनिवार्य

अब सभी खातों के लिए नियमित KYC अपडेट करना अनिवार्य होगा:

नियमित KYC अपडेट: ग्राहकों को समय-समय पर अपने KYC दस्तावेज़ अपडेट करने होंगे।

डिजिटल KYC: कई बैंक अब डिजिटल KYC की सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं।

समय सीमा: अगर KYC अपडेट नहीं किया गया, तो खाता फ्रीज हो सकता है।


7. बैंक छुट्टियों में बदलाव

2025 में बैंक छुट्टियों की सूची में भी बदलाव किए गए हैं:

1 जनवरी 2025 को बैंक बंद रहेंगे: अधिकांश बैंक 1 जनवरी 2025 को बंद रहेंगे।

राज्य-विशिष्ट छुट्टियां: कुछ राज्यों में अतिरिक्त छुट्टियाँ जोड़ी गई हैं।

डिजिटल सेवाएँ चालू रहेंगी: छुट्टियों के दौरान भी डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध रहेंगी।

इन सभी नए नियमों का पालन करना ग्राहकों के लिए अनिवार्य है, ताकि वे बैंकिंग सेवाओं का लाभ सही तरीके से और बिना किसी परेशानी के उठा सकें।