Bihar Crime News: जमीनी विवाद में गोलीबारी और बमबारी, एक गंभीर रूप से घायल; छापेमारी जारी Andhra Pradesh population policy: जनसंख्या बढ़ाओ, पैसा पाओ! इस राज्य में परिवार बढ़ाने पर सरकार देगी आर्थिक मदद Bihar Crime News: पटना सिटी में दो गुटों के बीच मारपीट और चाकूबाजी, 3 घायल; 5 गिरफ्तार Corona In Bihar: पटना में कोरोना के मामले बढ़े, 8 नए संक्रमित; कुल संख्या 50 पार Bihar Crime News: चलती ट्रेन में पर्स काटने वाला चोर धराया, कई जिलों में दर्ज थे मामले; जनता ने खूब की खातिरदारी Train News: यात्री गाड़ी कृपया ध्यान दें! वैष्णो देवी जाने वालों के लिए बिहार से स्पेशल ट्रेन, शेड्यूल हुआ जारी Bihar News: 10 से 28 जून तक 18 एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द, इन ट्रेनों का बदलेगा रास्ता Virsa Munda : जननायक बिरसा मुंडा, जिन्हें उनके ही लोगों ने मात्र 500 रुपए के लालच में अंग्रेजों के हवाले कर दिया! Patna News: पटना को ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत, डबल डेकर पुल बनकर तैयार; जानें... कब से शुरू होगा आवागमन IAS Arrested: IAS अधिकारी घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, व्यापारी से ले रहे थे इतनी रिश्वत!घर से मिला कैश का ढेर
23-Feb-2025 05:03 PM
By First Bihar
शेयर बाजार में बीते हफ्ते भारी दबाव देखा गया, और प्रमुख इंडेक्स 0.5% से ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुए। अब निवेशकों की निगाहें अगले हफ्ते पर टिकी हैं। क्या बाजार में गिरावट का सिलसिला और तेज होगा या फिर यह संभलने में सफल रहेगा? इसके लिए कई अहम संकेत बाजार में आने वाले हैं। एक नजर डालते हैं उन संकेतों पर, जो तय करेंगे कि अगला हफ्ता निवेशकों के लिए खुशियां लेकर आएगा या और मुश्किलें।
विदेशी निवेशकों का रुख - बाजार का सबसे बड़ा संकेत
शेयर बाजार की दिशा तय करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका विदेशी निवेशकों की रहती है। बीते हफ्ते, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कैश सेगमेंट में 7,793 करोड़ रुपये के बराबर बिकवाली की, और इस महीने उनकी कुल बिकवाली 36,977 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। घरेलू निवेशकों ने इस बिकवाली की भरपाई करने की कोशिश की, लेकिन इसका असर बाजार पर पड़ा। अधिकांश एक्सपर्ट का मानना है कि बाजार में किसी भी प्रकार की स्थिरता और रिकवरी के लिए जरूरी है कि एफआईआई की निवेश वापसी हो। लेकिन यह तभी संभव है जब कंपनियों की भविष्य की कमाई के बारे में सकारात्मक संकेत मिलें।
अमेरिकी सरकार के फैसले का असर - एक अनिश्चितता का बादल
अगले हफ्ते में अमेरिकी सरकार द्वारा लिए गए फैसलों का असर भारतीय बाजारों पर भी देखा जा सकता है। दुनिया भर में अमेरिकी राष्ट्रपति के टैरिफ फैसले ने पहले ही अनिश्चितता का माहौल बना दिया है। ऐसे में अगर अमेरिकी सरकार कोई ऐसा कदम उठाती है जो ग्लोबल ट्रेड को प्रभावित करता है, तो इसका प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर पड़ेगा। इस बीच, भारत के घरेलू बाजार में पिछले कुछ दिनों में अमेरिकी सरकार के फैसलों के बाद आईटी, ऑटो और फार्मा जैसे सेक्टरों में बड़े उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। अगले हफ्ते बाजार की नजर इस बात पर होगी कि ट्रंप सरकार कौन सा फैसला लेती है और वह किस सेक्टर को प्रभावित करता है।
आर्थिक आंकड़ों का खेल - भारत और अमेरिका के जीडीपी आंकड़े
आने वाले हफ्ते में भारत और अमेरिका के जीडीपी आंकड़े सामने आएंगे। ये आंकड़े न केवल वैश्विक बाजारों बल्कि भारतीय बाजारों के लिए भी अहम साबित हो सकते हैं। अमेरिका के जीडीपी आंकड़े 27 फरवरी को जारी होंगे, वहीं भारत के आंकड़े 28 फरवरी को आएंगे। इन आंकड़ों से निवेशकों को संकेत मिलेंगे कि आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था की दिशा क्या होगी। इसके अलावा, शुक्रवार को ऑटो सेल्स के आंकड़े भी सामने आएंगे, जो भारतीय बाजार के लिए अहम रहेंगे। आंकड़ों के आधार पर शुक्रवार को बाजार में हलचल हो सकती है, क्योंकि ये आंकड़े आने के बाद निवेशक अपनी रणनीतियों में बदलाव कर सकते हैं।
निवेशकों के लिए अगला हफ्ता कैसा रहेगा?
अगर इन संकेतों को देखा जाए तो अगले हफ्ते में निवेशकों के पास कमाई के मौके हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए अमेरिका और एफआईआई की भूमिका अहम रहेगी। अमेरिकी सरकार के फैसलों के अलावा, भारतीय जीडीपी और ऑटो सेल्स के आंकड़े भी बाजार की दिशा तय करने में मदद करेंगे। हालांकि, ये घटनाक्रम बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति पैदा कर सकते हैं, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहना होगा और बाजार की हलचल को समझते हुए अपनी रणनीति बनानी होगी।
अगले हफ्ते चार सत्रों में ही कारोबार होगा, क्योंकि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेगा। ऐसे में सीमित समय में होने वाले कारोबार को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए, बल्कि धैर्य से काम लेना जरूरी होगा।