ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं Bihar Rain Alert: बिहार में बदलेगा मौसम का मिजाज, 26 से 30 अप्रैल तक होगी आंधी-बारिश Bihar Crime News: संत पॉल एकेडमी में महिला सफाईकर्मी के साथ रेप, स्कूल के शिक्षक पर जबरन दुष्कर्म करने का आरोप Bihar News: थाने का ड्राइवर ही निकला गांजा तस्कर, SP की नजरों में आने के बाद हुआ खुलासा Bihar News: बिहार के CRPF जवान की आत्महत्या से हड़कंप, बैरक में सर्विस रायफल से समाप्त की जीवन लीला PSL 2025 Broadcast Suspended: पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा फैसला, अब भारत में नहीं दिखेंगे पाक में होने वाले मैच Pahalgam Terrorist Attack: आतंकी हमले में मारे गये IB अफसर मनीष रंजन के परिजनों से मिली पवन सिंह की पत्नी, बोलीं..कायराना हरकत करने वालों को दें मुंहतोड़ जवाब Bihar News: बिहार के एक SDO को नहीं मिली राहत, DM की रिपोर्ट पर मिली थी सजा Cricket News: “युवराज उसे क्रिस गेल बना देगा”, अर्जुन तेंदुलकर पर योगराज सिंह का बड़ा बयान, फैंस बोले “चाचा, वो गेंदबाज है”

क्या बीयर की डिमांड घट रही है? AB InBev के नतीजों में आए इस संकेत ने बाजार को किया चौंका

दुनिया की सबसे बड़ी बीयर कंपनी AB InBev के तिमाही नतीजों ने एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा कर दिया है – क्या बीयर की डिमांड वास्तव में घट रही है?

Beer Consumption

26-Feb-2025 04:35 PM

By First Bihar

कंपनी ने अपनी तिमाही आय के आंकड़े जारी किए, और इन आंकड़ों ने बीयर उद्योग की कमजोर होती मांग का संकेत दिया। AB InBev ने अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, और एक बात साफ है - कंपनी की आय ने बाजार के अनुमानों को पीछे छोड़ दिया। कंपनी का रेवेन्यू साल दर साल 3.4% बढ़कर 14.84 अरब डॉलर तक पहुंच गया। हालांकि, बाजार विश्लेषकों ने आय में 2.9% की गिरावट का अनुमान जताया था, और उनकी उम्मीद थी कि आय घटकर 14.05 अरब डॉलर पर आ सकती है। नतीजतन, कंपनी के शेयर लंदन मार्केट में 8% से ज्यादा चढ़ गए।

फिर भी, एक बड़ी चिंता की बात यह थी कि कंपनी का कुल वॉल्यूम 1.9% कम हुआ है, और पूरे साल के लिए इसकी गिरावट का अनुमान 1.4% तक था। कंपनी ने इसका कारण प्रमुख बाजारों, खासकर चीन और अर्जेंटीना में, घटती डिमांड को बताया। कंपनी के सीईओ ने स्पष्ट किया कि बीयर की खपत में गिरावट का कारण मुख्य रूप से दो बड़े बाजारों में डिमांड की कमी है। चीन और अर्जेंटीना में कमजोर कंज्यूमर सेंटीमेंट्स ने बिक्री वॉल्यूम को प्रभावित किया है। इसके साथ ही, बीयर के प्रोडक्ट्स की मांग नॉन-बीयर ब्रांड्स के मुकाबले कमजोर रही।

कंपनी का कहना है कि हालांकि वॉल्यूम में गिरावट आई है, बाजार के संकेत मजबूत हैं और आगामी महीनों में रिकवरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, ग्लोबल ड्रिंक मार्केट में कई चुनौतियां सामने आ रही हैं, जिनमें से सबसे बड़ी समस्या एल्कोहलिक ड्रिंक्स की घटती खपत है। AB InBev के सीईओ ने अपनी सबसे बड़ी चिंता के रूप में फॉरेक्स (विदेशी मुद्रा) को बताया। उनका इशारा डॉलर की मजबूती की ओर था, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का कारण बन रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ का कारोबार पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, लेकिन डॉलर की बढ़ती कीमतों से स्थिति और कठिन हो सकती है।

AB InBev के सीईओ ने यह भी माना कि एल्कोहल की खपत में गिरावट एक ग्लोबल ट्रेंड बन चुकी है। इसके बावजूद, नॉन-एल्कोहलिक ड्रिंक्स की बढ़ती मांग कंपनियों के लिए नए अवसरों के रूप में सामने आई है। इस बदलाव को देखते हुए, AB InBev जैसे बड़े ब्रूअरी कंपनियां अब अपने पोर्टफोलियो में नॉन-एल्कोहलिक ड्रिंक्स को बढ़ावा दे रही हैं। यह संकेत देता है कि कंपनियां बदलते हुए उपभोक्ता रुझानों के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश कर रही हैं, ताकि वे आगामी चुनौतियों का सामना कर सकें।

AB InBev के नतीजे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि बीयर की डिमांड में अस्थायी गिरावट हो सकती है, लेकिन यह एक दीर्घकालिक ट्रेंड बनने के संकेत नहीं हैं। हालांकि, बढ़ते फॉरेक्स दबाव और घटती एल्कोहल खपत की वास्तविकता को समझते हुए, कंपनियों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लानी होगी।