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21-May-2025 11:31 AM
By First Bihar
Bihar News: बिहार के सीतामढ़ी जिले के सदर अस्पताल एक बंदी की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने जम कर बवाल किया है। यह घटना मंगलवार की है। दरअसल, डुमरा थाना अंतर्गत पकटोला गांव का निवासी 35 वर्षीय विचाराधीन बंदी मुकेश्वर राय की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसकी मौत की सूचना मिलते ही परिजनों व ग्रामीणों ने जेल गेट और सदर अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया, प्रशासन पर मारपीट और लापरवाही का आरोप लगाया।
डुमरा थाना प्रभारी के अनुसार, मुकेश्वर राय 2019 के एक आपराधिक मामले में वांछित था और वर्ष 2023 से फरार चल रहा था। कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद उसे 17 मई, 2025 की रात गिरफ्तार किया गया। अगले दिन उसे न्यायालय में प्रस्तुत कर 18 मई को मंडल कारा, सीतामढ़ी भेजा गया।
जेल अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि मुकेश्वर राय को जेल में भर्ती के बाद तबीयत खराब होने लगी थी। प्रारंभिक इलाज जेल अस्पताल में किया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे सदर अस्पताल शिफ्ट किया गया। कारा चिकित्सक के अनुसार, वह एक क्रोनिक अल्कोहोलिक था। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मंगलवार दोपहर मौत हो गई।
मृतक के पुत्र गोलू कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान उसके पिता के साथ मारपीट की थी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। उन्होंने डुमरा थाना के चौकीदार रामकृपाल राम व कमोद पासवान पर भी मारपीट में शामिल होने का आरोप लगाया। मृतक के पैर और पीठ पर घाव के निशान पाए गए हैं। परिवार ने आरोप लगाया कि यह मौत पुलिस और जेल प्रशासन की पिटाई से हुई है।
घटना के बाद एसडीपीओ सदर रामकृष्ण घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर स्थिति को शांत किया। उन्होंने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। सीएस के निर्देश पर तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम गठित की गई, जिसमें डॉ. कुणाल गौतम, डॉ. अमरनाथ यादव और डॉ. सौरव शामिल थे। वीडियोग्राफी के बीच शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
एसडीपीओ ने कहा कि प्रारंभिक जांच में तबीयत बिगड़ने से मौत की बात सामने आई है, लेकिन पैर पर चोट के निशान को लेकर विभिन्न बातें सामने आ रही हैं। मामले की न्यायिक जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हंगामे को देखते हुए अस्पताल में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। बीएमपी की महिला पुलिस टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और आगे की विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।
बंदी की मौत को लेकर स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। परिजनों का आरोप है कि यह मौत पुलिस और जेल प्रशासन की मारपीट का नतीजा है, जबकि प्रशासन का कहना है कि मौत का कारण स्वास्थ्य संबंधी जटिलता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।