Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्ध शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली Bihar News: सड़क हादसे में अनियंत्रित होकर पलटी यात्रियों से भरी बस, 15 घायल Bihar Crime News: चर्चित 'देवर-भाभी' हत्याकांड में तीनों सीरियल किलर को उम्रकैद की सजा Bihar News: परिवहन विभाग की जांच के दौरान हादसे में पुलिसकर्मी घायल, मदद करने की बजाय मौके से फरार हुए अफसर
02-Mar-2025 02:26 PM
By First Bihar
Bihar News: शिवहर जिला से एक अजीबोगरीब मामला सामने आ आया है। जहां पुल तो बना दिया गया है लेकर पहुँच पथ नहीं है। बीच सरेह से पुल तो बना दिया गया है लेकिन सड़क का कोई नामोनिशान नहीं है. इस तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा है कि पिपराही के गांवों के खेतों में तीसी और अरहर के अलावा पुल की भी खेती होती है। बेलवा-नरकटीया गांव से देवापुर तक एस-एच 54 सड़क का निर्माण अधूरा है.
जगह-जगह पुल बन चुके हैं, मगर सड़क नहीं बनी. खेतों के बीच बने इन पुलों तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है. न चढ़ने का, न उतरने का. प्रखंड क्षेत्र में कई जगहों पर ऐसे ही पुल बने हैं. यह भ्रष्टाचार और अव्यवस्थित योजना का बड़ा उदाहरण है। जहां पुल बना दिया गया, लेकिन सड़क का कोई अता-पता नहीं, यह सरकारी संसाधनों की भारी बर्बादी को दिखाता है।स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों को इस पर जवाब देना चाहिए कि आखिर बिना सड़क के पुल क्यों बनाया गया? क्या इस परियोजना की कोई समुचित योजना थी या बस बजट को खर्च करने के लिए इसे जल्दबाजी में पूरा कर दिया गया?
अगर ये स्टेट हाईवे 54 का मामला है, तो संबंधित विभाग को तुरंत स्पष्ट करना चाहिए कि सड़क निर्माण क्यों अधूरा है और इसे कब तक पूरा किया जाएगा। जनता को भी इस मुद्दे को उठाकर प्रशासन पर दबाव बनाना चाहिए ताकि सरकारी पैसे की बर्बादी रोकी जा सके और विकास कार्यों को सही ढंग से पूरा किया जा सके। बागमती कार्यपालक अभियंता विनय कुमार ने बताया कि यह सड़क उनके विभाग के अधीन नहीं आती. जहां सड़क जानी थी, वहीं पुल बनाए गए हैं. मगर इसकी पुष्टि उनके विभाग से नहीं हो सकती. यह स्टेट हाईवे 54 का मामला है।
शिवहर से समीर कुमार झा की रिपोर्ट
शिवहर- वाह रे सिस्टम! सड़क का पता नहीं, लेकिन पुल बनकर तैयार। सरकारी पैसों की लूट-खेतों के बीच बने इस पुल तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं, न चढ़ने का और न उतरने का!#Bihar #BiharNews pic.twitter.com/IDCVyVCKUq
— FirstBiharJharkhand (@firstbiharnews) March 2, 2025