दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट.. Chhaava: “छावा की सफलता का श्रेय विकी को नहीं जाता बल्कि..”, महेश मांजरेकर के बयान से मच गई सोशल मीडिया पर सनसनी Bihar Crime News: युवक की सरेआम हत्या से हड़कंप, बदमाशों ने बैक टू बैक दागी तीन गोलियां Bihar Crime News: बिहार STF और पुलिस की बड़ी सफलता, 9 वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली गिरफ्तार Bihar News: राजद की चिंता बढ़ाने ओवैसी आ रहे बिहार, 'ढाका' में जनसभा को करेंगे संबोधित Bihar Job Alert: बिहार में बंबर बहाली, सहायक अभियंता के 1024 पदों के लिए BPSC ने जारी किया विज्ञापन; ये है लास्ट डेट
01-Jan-2025 08:26 AM
By First Bihar
Illegal Coaching Institutes: पटना जिला प्रशासन ने बिना लाइसेंस संचालित हो रहे 138 कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। इन संस्थानों ने लाइसेंस के लिए आवेदन तो किया था, लेकिन निर्धारित मानकों को पूरा नहीं कर पाने के कारण उनके आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए थे।
मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस मामले पर चर्चा की गई और अनुमंडल पदाधिकारियों को इन संस्थानों की जांच करने का निर्देश दिया गया। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि क्या ये संस्थान अभी भी अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। यदि हां, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि कोचिंग संस्थानों के लाइसेंस के लिए कुल 936 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 413 आवेदनों को मंजूरी दे दी गई है, जबकि 138 आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए हैं। शेष 385 आवेदनों की जांच अभी भी जारी है।
पटना जिला प्रशासन ने पहले ही लगभग 600 कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा मानकों के अनुपालन के लिए जांच कराई थी। जिलाधिकारी ने कहा है कि प्रशासन के लिए छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ऐसे में माना जा रहा है कि इन अवैध कोचिंग संस्थानों पर किसी भी वक्त प्रशासन का डंडा चल सकता है।