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04-Apr-2025 08:51 AM
By First Bihar
Bihar News : यह जालसाज टिकट और पार्टी में बड़े पद दिलाने का लालच देकर बिहार, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कांग्रेस नेताओं से करोड़ों रुपये ऐंठ चुका था। हालाँकि, इसके गिरोह का मास्टरमाइंड गौरव शर्मा अभी फरार है। पुलिस ने गांधी मैदान थाने में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। यह घटना कांग्रेस नेताओं के बीच हड़कंप मचा रही है।
ठगी का शातिर तरीका
हरियाणा के सिरसा का रहने वाला रजत कुमार खुद को राहुल गांधी का पीए कनिष्क सिंह बताता था। वह उन राज्यों के कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाता था, जहाँ चुनाव होने वाले होते थे या संगठन में नई नियुक्तियाँ होनी थीं। रजत का साथी गौरव शर्मा इस ठगी के खेल का सरगना था, जिसके पास देशभर के कांग्रेस नेताओं के मोबाइल नंबर और डिटेल्स का डेटाबेस था। गौरव पहले नेताओं को कॉल करता, उन्हें बड़े पद या टिकट का झांसा देता, और फिर रजत मोटी रकम की डिमांड करता। रजत ने पुलिस को बताया, “मुझे हर ठगी में 10 प्रतिशत कमीशन मिलता था। सारा प्लान गौरव बनाता था।” दोनों की जोड़ी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और बिहार में कई नेताओं को अपना शिकार बनाया है।
पूर्व मंत्री से भी की थी डील
पटना पहुँचने के बाद इस जोड़ी ने बिहार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक अफाक आलम को भी फोन किया। उन्हें प्रदेश कांग्रेस में अहम पद दिलाने के लिए मोटी रकम माँगी गई, लेकिन अफाक ने इनकार कर दिया। इसके बाद भी ये ठग रुके नहीं। सूत्रों के मुताबिक, रजत और गौरव ने पटना के एग्जीबिशन रोड स्थित लेमन ट्री होटल में ठहरकर अपने खेल को अंजाम दिया। एक कांग्रेस नेता प्रवीण को ठगने की कोशिश में ये दोनों यहाँ आए थे, इन्होने प्रवीण कुशवाहा से कहा था कि अगर 15 से 20 लाख रुपए देते हो तो बिहार का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बना देंगे, मगर प्रवीण तब तक दिल्ली चले गए थे। प्रवीण के करीबी आदित्य ने दोनों से मुलाक़ात की और 2 लाख रुपए दिए, उए पैसे लेकर सरगना गौरव वहां से खिसक गया, नेता के लोगों को इन दोनों के ठग होने का शक हुआ और रजत को होटल में ही धर दबोचा गया। इसके बाद गांधी मैदान थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
करोड़ों की ठगी का रिकॉर्ड
रजत और गौरव की जोड़ी पर पहले से ही कई राज्यों में ठगी के केस दर्ज हैं। रजत 6 महीने तक जेल में भी रह चुका है, लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद उसने फिर से यह धंधा शुरू कर दिया। पुलिस के मुताबिक, इन दोनों ने कांग्रेस नेताओं से करोड़ों रुपये ठगे। गौरव अब फरार है और उसका मोबाइल बंद है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। गिरफ्तारी के बाद गांधी मैदान थाने के बाहर कांग्रेस नेताओं की भीड़ जुट गई, जो इस ठगी से हैरान थे। थानेदार ने बताया कि दोनों पर केस दर्ज कर जाँच तेज कर दी गई है।
कांग्रेस में हड़कंप
राहुल गांधी के नाम पर हुई इस ठगी ने कांग्रेस पार्टी में खलबली मचा दी है। नेताओं को समझ नहीं आ रहा कि वे इस जाल में कैसे फँस गए। यह घटना न सिर्फ शर्मिंदगी का कारण बनी, बल्कि पार्टी की साख पर भी सवाल उठा रही है। पुलिस अब गौरव के ठिकाने का पता लगाने में जुटी है, ताकि इस ठगी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।