Bihar Politics: ‘चोर अगर चोरी के खिलाफ बोलें, तो कौन विश्वास करेगा’ गिरिराज सिंह का महागठबंधन पर हमला Bihar Politics: ‘चोर अगर चोरी के खिलाफ बोलें, तो कौन विश्वास करेगा’ गिरिराज सिंह का महागठबंधन पर हमला Bihar News: बिहार के लोजपा नेता समेत 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा, बड़े अधिकारी की पीट- पीटकर ले ली थी जान Bihar News: बिहार के लोजपा नेता समेत 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा, बड़े अधिकारी की पीट- पीटकर ले ली थी जान Bihar Politics: ‘बिहार में बदलाव चाहने वाले सभी लोगों का जनसुराज में स्वागत’ मिलन समारोह में बोले प्रशांत किशोर Bihar Politics: ‘बिहार में बदलाव चाहने वाले सभी लोगों का जनसुराज में स्वागत’ मिलन समारोह में बोले प्रशांत किशोर Patna News: पटना में डोमिसाइल नीति को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, चुनाव में सरकार को सबक सीखाने की चेतावनी Patna News: पटना में डोमिसाइल नीति को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, चुनाव में सरकार को सबक सीखाने की चेतावनी Bihar Weather: बिहार में अगले 7 दिन बिगड़ा रहेगा मौसम का मूड, कई जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट Bihar Education News: लापरवाह BEO की अब खैर नहीं, शिक्षा विभाग के ACS एस. सिद्धार्थ ने सभी DM को दिया बड़ा जिम्मा, अब होगा...
31-Jul-2025 07:38 PM
By First Bihar
PATNA: 26.26 करोड़ की लागत से दरभंगा के पुरानी कमला नदी पर गेटेड वीयर बनेगा। दरभंगा के धेरूख ग्राम में कमला नदी पर 26.26 करोड़ की गेटेड वीयर परियोजना को प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है। इस परियोजना से बाढ़ पर नियंत्रण, जल संसाधन और सिंचाई में सुधार होगा। इस बात की जानकारी बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने मीडिया को दी।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि दरभंगा जिले के बेनीपुर प्रखंड स्थित धेरूख ग्राम में पुरानी कमला नदी पर गेटेड वीयर (Gated Weir) एवं उससे जुड़े अन्य निर्माण कार्यों की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इस परियोजना पर 26 करोड़ 26 लाख 5 हजार 421 रुपये खर्च किए जाएंगे।
सम्राट चौधरी ने बताया कि इस निर्माण योजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय सिंचाई क्षमता को बढ़ाना, बाढ़ नियंत्रण और जल संचयन में सुधार करना है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बाढ़ नियंत्रण और जल संचयन के लिए लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि 2005 की तुलना में अब हम आपदा से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पहले, 2007-08 में जब नेपाल से एक लाख 93 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, तो 15 जिले बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए थे। लेकिन पिछले साल जब 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, तब भी केवल 156 गांवों में ही पानी घुसा। हमारे लिए पहले बाढ़ का पानी विभीषिका थी, लेकिन अब उचित प्रबंधन के कारण यह वरदान साबित होने जा रही है।