ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics: CM नीतीश कुमार पूरी तरह से स्वस्थ्य है, विपक्ष चिंता न करें; मुख्यमंत्री के हेल्थ पर बोले सम्राट चौधरी Jyoti Malhotra Case: ज्योति मल्होत्रा के बाद जांच के घेरे में आई एक और YouTuber , खुफिया एजेंसियों ने की पूछताछ Jyoti Malhotra Case: ज्योति मल्होत्रा के बाद जांच के घेरे में आई एक और YouTuber , खुफिया एजेंसियों ने की पूछताछ Life Style: शरीर की 3 बड़ी समस्या को दूर करने में सहायक है आम, जानकर आप भी चौंक जाएंगे BIHAR POLITICS: 15 वर्षों में नहीं हुआ छातापुर का विकास, जनता की आवाज़ बनकर सामने आए VIP नेता संजीव मिश्रा Bihar News: बिहार में राजधानी एक्सप्रेस से मिली ऐसी कौन सी चीज? देखकर पुलिस और अधिकारी रह गए दंग Bihar News: बिहार में राजधानी एक्सप्रेस से मिली ऐसी कौन सी चीज? देखकर पुलिस और अधिकारी रह गए दंग Patna News: पटना में गंगा नदी में बड़ा हादसा, नहाने गए तीन दोस्तों की डूबने से मौत; दो शव बरामद Patna News: पटना में गंगा नदी में बड़ा हादसा, नहाने गए तीन दोस्तों की डूबने से मौत; दो शव बरामद बिहार में अपराधियों का तांडव जारी, ई-रिक्शा से ठोकर लगने के बाद दबंगों ने चालक को मारी गोली, NMCH में भर्ती

विश्वस्तरीय बनेंगे 12 रेलवे स्टेशन, जानिए.. लिस्ट में कहीं आपका शहर भी तो नहीं

विश्वस्तरीय बनेंगे 12 रेलवे स्टेशन, जानिए.. लिस्ट में कहीं आपका शहर भी तो नहीं

29-Jun-2022 06:15 PM

By

DESK :  यात्रियों को विश्वस्तरीय रेल सेवा प्रदान करने के लिए रेलवे लगाचार प्रत्यनशील है। इसी कड़ी में रेल मंत्रालय ने पूर्व मध्य रेल के 12 स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने का फैसला लिया है। स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए पूर्व मध्य रेल के कुल 12 स्टेशनों का चयन किया गया है। चयन के बाद इन स्टेशनों के विकास की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।


विश्वस्तरीय बनने वाले 12 स्टेशनों में दानापुर मंडल का राजेन्द्रनगर और बक्सर,  सोनपुर मंडल का मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और बरौनी, समस्तीपुर मंडल का दरभंगा, सीतामढ़ी, बापूधाम मोतीहारी, पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल का गया एवं पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तथा धनबाद मंडल का धनबाद एवं सिंगरौली जंक्शन शामिल हैं।


धार्मिक एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण गया स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए अंतिम रूपरेखा तैयार हो जाने के बाद निविदा जारी कर दिया गया है। गया स्टेशन का पुनर्विकास कार्य लगभग 300 करोड़ रूपए की लागत से पूरा किया जाएगा। इसे वर्ष 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी। 


पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन उन्नत यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा। पुनर्विकास के उपरांत गया स्टेशन पर यात्रियों को सेवा प्रदान करने की क्षमता तीन गुणा बढ़ जायेगी। इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा। 


स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को संरक्षा, बेहतर अनुभव एवं विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करना है। स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित कर उसके ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी। स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो। यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे। इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। 


विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास के उपरांत गया स्टेशन पर रेल यात्रियों के स्टेशन पर आगमन एवं प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था के तहत आगमन भवन एवं प्रस्थान भवन का निर्माण एवं तीर्थयात्रियों के लिए अलग भवन का निर्माण किया जायेगा। स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे, जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़े। वर्तमान की तुलना में मुख्य स्टेशन भवन के लिए 2.35 गुणा अधिक जगह तथा पार्किंग एरिया के लिए 4.9 गुणा अधिक जगह उपलब्ध होंगे।


इसके साथ ही प्रतीक्षालय के लिए अतिरिक्त 6400 वर्गमीटर कॉनकोर्स एरिया, स्टेशन पर कुल 23 लिफ्ट एवं 11 एस्केलेटर की सुविधा, मौजूदा 3100 वर्गमीटर प्लेटफार्म क्षेत्र और एफओबी का उन्नयन, अतिरिक्त टिकटिंग सुविधा, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं, ग्रीन ऊर्जा हेतु स्टेशन भवन पर सौर पैनल का प्रावधान,  रेन वाटर हार्बेस्टिंग का प्रावधान, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं अग्निशमन आदि की व्यवस्था होगी।