ब्रेकिंग न्यूज़

Shreyas Talpade FIR: "निवेश लाओ-तिगुना पाओ स्कीम", बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े समेत 15 पर एफआईआर दर्ज Train Accident: लोकल ट्रेन से गिरकर पांच लोगों की मौत, धक्कामुक्की में कंपार्टमेंट से रेलवे ट्रैक पर गिरे Train Accident: लोकल ट्रेन से गिरकर पांच लोगों की मौत, धक्कामुक्की में कंपार्टमेंट से रेलवे ट्रैक पर गिरे Bihar politics: चुनावी साल में एक्टिव हुए सीएम नीतीश, भीषण गर्मी के बीच अचानक कहां रवाना हो गए? Bihar politics: चुनावी साल में एक्टिव हुए सीएम नीतीश, भीषण गर्मी के बीच अचानक कहां रवाना हो गए? Cricket Records: इन 5 गेंदबाजों ने किए हैं सबसे ज्यादा क्लीन बोल्ड, पहले नंबर वाले के नाम से कांपते है बल्लेबाज Bihar News: बिहार के किसी भी कोने से चार घंटे में पटना, सरकार ने कर दिया टारगेट सेट; बनेंगी नई फोरलेन सड़कें Bihar News: बिहार के किसी भी कोने से चार घंटे में पटना, सरकार ने कर दिया टारगेट सेट; बनेंगी नई फोरलेन सड़कें Bihar News: बिहार में सिंदूरदान से पहले दुल्हन ने शादी से कर दिया इनकार, बिना ब्याह के लौट गई बारात; जानिए.. पूरी वजह Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद, चेन स्नैचिंग के दौरान महिला को किया घायल; भागने के दौरान की फायरिंग

यूक्रेन में पढ़ने वाले मेडिकल स्टूडेंट को राहत, छात्र अपने देश में ले सकते हैं प्रैक्टिकल ट्रेनिंग

यूक्रेन में पढ़ने वाले मेडिकल स्टूडेंट को राहत, छात्र अपने देश में ले सकते हैं प्रैक्टिकल ट्रेनिंग

08-Apr-2022 09:44 AM

By

DESK : युद्धग्रस्त यूक्रेन से पढ़ाई बीच में ही रोककर स्वदेश लौटे मेडिकल छात्रों के लिए राहत भारी खबर है. यूक्रेन से लौटे छात्रों को इस बात की  चिंता थी कि वह अपनी प्रैक्टिस ट्रेनिंग कैसे पूरी करेंगे. लेकिन अब यूक्रेन की मेडिकल युनिवर्सिटी अपने विदेशी छात्रों को बड़ी  सुविधा देने जा रही है. दरअसल, यूक्रेन से लौटे छात्र अब अपने देश में अस्पताल से प्रैक्टिकल ट्रेनिंग ले सकते हैं.


इस फैसले से भारत के हजारों छात्रों को राहत मिली है जो युद्धग्रस्त देश से वापस आ गए हैं. विश्वविद्यालयों ने विभिन्न देशों की सरकारों से अपने छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण के अवसर देने का भी आग्रह किया है ताकि वे अपेक्षित कौशल हासिल कर सकें. हालांकि, यूक्रेन के विश्वविद्यालयों ने पिछले महीने से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं, लेकिन अपेक्षित कौशल हासिल करने के लिए विश्वविद्यालयों ने छात्रों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का अवसर देने के लिए संबद्ध देशों से आग्रह किया है.


यूक्रेन में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के कारण विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया गया था लेकिन पूर्वी यूरोपीय देश के विश्वविद्यालयों ने पिछले महीने से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं. लेकिन विदेशी छात्रों के लिए चिंता का प्रमुख कारण प्रायोगिक कक्षाओं के अभाव में क्लीनिकल अनुभव हासिल करना है. भारत लौटे छात्रों की भी यही चिंता थी. इस फैसले से भारत के हजारों छात्रों को राहत मिली है.


भारत के कई अस्पतालों और निजी क्लीनिकों ने प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप की पेशकश की है. छात्रों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई स्थानीय अस्पतालों ने व्यावहारिक प्रशिक्षण देने के लिए उनसे संपर्क किया है. कुछ अस्पताल पैसे ले रहे हैं और कुछ इसे इंटर्नशिप के रूप में मुफ्त मुहैया करा रहे हैं.