BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान बिहार की बिटिया ने किया कमाल: पुनपुन की कोमल ने चीन में लहराया तिरंगा, ड्रैगन बोट रेस में जीता ब्रॉन्ज Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द
03-Apr-2020 11:14 PM
By
DELHI : कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश संकल्प का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील किया है कि 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट तक घर की बत्तियां बुझा कर वह दीया, कैंडल, टॉर्च या फिर मोबाइल के फ्लैश लाइट को जलाकर एकजुटता दिखाएं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के ऐलान के बाद पावर सेक्टर में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि पावर सेक्टर के बड़े अधिकारियों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं देश में बत्ती बुझाने की वजह से टोटल ब्लैकआउट ना हो जाए।
दरअसल पावर सेक्टर के बड़े अधिकारियों का डर बेवजह नहीं है। जानकार बताते हैं कि अचानक देश में बिजली के उपयोग की बढ़ोतरी या फिर कमी की वजह से ग्रिड फेल होने की आशंका बढ़ जाती है। केंद्रीय विद्युत विनियामक प्राधिकरण की ओर से सुझाए गई सीमा के अंदर देश में बिजली की खपत को मेंटेन किया जाता है। ग्रिड में बिजली के प्रवाह को घटाने और बढ़ाने के लिए निर्धारित स्तर के आधार पर मैनेजमेंट किया जाता है। अगर इसमें अचानक से कमी या वृद्धि हुई तो ग्रिड फेल होने का भय बना रहता है। ऐसे में अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात मानकर देशवासियों ने वाकई पावर कट कर दिया तो फिर ग्रिड पर संकट खड़ा हो सकता है।
प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद अब पावर मैनेजमेंट के लिए कवायद भी शुरू हो गई है। खबरों के मुताबिक भारत सरकार की पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड को 5 अप्रैल की रात 9 बजे बिजली की खपत को मेंटेन करने का जिम्मा सौंपा गया है। इस कंपनी के ऊपर यह जवाबदेही होगी कि देश के अंदर सभी पांच लोड डिस्पैच सेंटर और नेशनल डिस्पैच सेंटर के साथ तालमेल बिठाते हुए वह ग्रिड को सुचारू बनाए रखे। इतना ही नहीं केंद्र की तरफ से राज्य सरकारों को भी एहितयात के तौर पर यह निर्देश दिया गया है कि वह कुछ समय के लिए ग्रिड फ्रीक्वेंसी को बंद करने के लिए अपनी जेनरेटिंग यूनिट को पावर शेड्यूल को मैनेज करने के लिए तैयार रखें।