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टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार जफर अब्‍बास को लेकर NIA पहुंची गोपालगंज, पथरा गांव में की गई छापेमारी

टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार जफर अब्‍बास को लेकर NIA पहुंची गोपालगंज, पथरा गांव में की गई छापेमारी

29-Jan-2022 02:26 PM

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GOPALGANJ: टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार जफर अब्बास को लेकर गोपालगंज के पथरा गांव पहुंची एनआइए की टीम ने पथरा गांव में छापेमारी की। जफर अब्बास के साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गयी लेकिन किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। हालांकि गोपालगंज एसपी आनंद कुमार ने एनआईए के गोपालगंज पहुंचने का कारण कुछ और बताया। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी एनआईए भौतिक सत्यापन के लिए गोपालगंज पहुंची थी। 


जफर अब्बास का आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद एनआईए ने उसे गिरफ्तार किया था। एसपी ने कहा कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है इसलिए संदिग्ध लोगों पर पुलिस भी नजर बनायी हुई है। गौरतलब है कि 7 दिसंबर को एनआईए ने गोपालगंज के मांझा थाना क्षेत्र के पथरा गांव से जफर अब्बास को गिरफ्तार किया था। जिसके पास से कई बैंकों के कागजात, पासपोर्ट समेत कई दस्तावेज मिले थे। 


जफर अब्बास की गिरफ्तारी के बाद कोलकाता समेत अन्य जगहों पर एनआईए की टीम ने छापेमारी की थी। जफर की निशानदेही पर कोलकाता से रामभवन प्रसाद और चंदन महतो को एनआईए ने दबोचा था। बताया जाता है कि पहले साइबर क्राइम से जुड़े मामले में जफर अब्बास से पूछताछ की गयी थी। बाद में पता चला कि पाकिस्तानी आतंकवादियों से जफर अब्बास का कनेक्शन है। गिरफ्तारी के बाद अब्बास की निशानदेही पर हैदराबाद, कोलकाता समेत अन्य जगहों पर छापेमारी की गयी। कोलकाता में छापेमारी के दौरान रामभवन प्रसाद और चंदन महतो को गिरफ्तार किया गया। 


 जम्मू के बारामुला के मुनीर अहमद कटारिया, कुपवाड़ा के अरसीद अहमद लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी संगठन के लिए काम करता है। जफर अब्बास अपने साथियों के साथ मदद कर रहा था। अब जांच एजेंसियां अब्बास का नेटवर्क खंगालने में जुटी है। वही उसके बैंक अकाउंट को भी खंगाला जा रहा जिससे पाकिस्तान से राशि मंगवाई गयी थी। जफर ने गलत एड्रेस देकर बैंक में अकाउंट खुलवाया था।


गलत पते पर कैसे अकाउंट खोला गया इसकी भी जांच हो रही है। जफर अब्बास आतंकियों तक सुरक्षाबलों की सूचनाएं पहुंचाने का काम करता था। वह हथियार, कैश, आश्रय और सुरक्षित ठिकाने की व्यवस्था भी करता है। जांच में यह बात निकल कर आई की जफर लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा था। जांच के दौरान जब इस बात का पता एनआईए को हुई तब जफर के अन्य साथियों को गिफ्तार करने के लिए गोपालगंज के पथरा गांव में छापेमारी की गयी। हालांकि किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।