BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन
29-Sep-2021 05:12 PM
By
PATNA : जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से स्थिति स्पष्ट की है। सीएम ने कहा है कि जातीय जनगणना का मुद्दा छोड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। केंद्र की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दायर किए गए हलफनामे को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि यह बात सामने आ गई है. हमने बिहार की बेहतरी के लिए जातीय जनगणना की मांग रखी थी। बैठक बुलाए जाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि आगे भी हम सभी राजनीतिक दलों को लेकर पहल करेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि जातीय जनगणना का मुद्दा वह छोड़ने वाले नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तरफ से नीतीश कुमार को लिखे गए लेटर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ऐसे पत्रों को मीडिया के जरिए देख लेते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में बाढ़ से बचाव और बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हर काम किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के मुताबिक केंद्रीय टीम बिहार का दौरा करके वापस जा चुकी है और बिहार सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद दिया है। ना केवल बाढ़ राहत कैंपों में उन्हें सुविधाएं दी गई हैं बल्कि कोरोना की टेस्टिंग से लेकर कोरोना की वैक्सीन तक की सुविधा बाढ़ प्रभावित इलाकों में मुहैया कराई गई है।
नीतीश कुमार ने कहा कि साल 2007 को छोड़कर कभी ऐसी स्थिति नहीं आई कि बिहार में बाढ़ को लेकर हमें केंद्र से गुहार लगानी पड़ी हो। 2007 में कोसी त्रासदी के बाद हमने तत्कालीन यूपीए सरकार से गुहार लगाई थी। उसके बाद हमें थोड़ा बहुत कुछ मिला था। नीतीश कुमार ने कहा कि अब सब कुछ प्रक्रिया के मुताबिक होता है। केंद्र की तरफ से राज्यों को मिलने वाली सहूलियतों में बाढ़ से प्रभावित इलाकों को लेकर आर्थिक मदद भी शामिल है। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने अपने संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम किया है और केंद्र भी इसमें मदद करेगा।