अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा
09-Jun-2020 02:52 PM
By
PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है. जहां गृह विभाग की ओर से एक नई अधिसूचना जारी की गई है. इस नए आदेश के मुताबिक शराब जब्ती मामले में बड़ी लापरवाही बरतने को लेकर विभाग की ओर से कड़ी कार्रवाई की गई है. सरकार की ओर से जारी आर्डर के मुटबैक पटना के तत्कालीन डीएसपी कैलाश प्रसाद की 3 वेतनवृद्धियां रोक दी गई हैं.
गृह विभाग की ओर से जारी नए आदेश के मुताबिक मामला 26 अप्रैल 2016 का है. जब पटना के आलिशान होटल पनास में तत्कालीन डीएसपी कैलाश प्रसाद के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी. इस छापेमारी में सीनियर अफसर के रूप में शामिल होने के बावजूद भी अपेक्षित कार्रवाई अधिकारी के ओर से नहीं की गई. इस मामले में डीएसपी की ओर से कई बड़ी लापरवाही पाई गई. बता दें कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के तत्काल बाद राजधानी पटना के बड़े होटल पनास में पकड़े गए शराबियों को तत्कालीन डीएसपी कैलाश प्रसाद ने मदद पहुंचाई थी. इस मामले में कैलाश प्रसाद के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चल रही थी. जिसमें उनको दोषी पाया गया है कैलाश प्रसाद की वेतन वृद्धि में तीन कटौती की गई है.
अप्रैल 2016 में रात तकरीबन 10 बजे होटल पनास में पुलिस ने छापेमारी की थी. जिसमें पटना के कुछ बड़े कारोबारियों के साथ सूरत के कपड़ा व्यवसाय से जुड़े कारोबारी शराब पीते पकड़े गए थे. यह मामला अपने आप में बेहद हाईप्रोफाइल था खेतान मार्केट में कपड़े की दुकान चलाने वाले कारोबारी भी इस लपेटे में आए थे. गृह विभाग की ओर से अप्रैल 2017 में जवाब मांगी गई थी. डीएसपी ने अगस्त 2017 में अपना जवाब सौंपा था. जिससे विभाग असंतुष्ट रहा. 12 दिसंबर 2018 में स्पेशल ब्रांच के आईजी को संचालन पदाधिकारी के रूप में नियुक्त करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई. आईजी की ओर से 11 सितंबर 2019 को जांच रिपोर्ट सौंपी गई. उसके बाद बीपीएससी की ओर से कार्रवाई की सहमति बनने के बाद सरकार की ओर से बड़ी करवाई की गई. बिहार सरकार ने आरोपी डीएसपी कैलाश प्रसाद की 3 वेतनवृद्धियां रोक दी गई हैं. यानी कि अगले 3 साल के लिए इनकी इंक्रीमेंट रोक दी गई है.