ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics: वोटर लिस्ट को लेकर गरमाई बिहार की सियासत, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पटना पहुंचे ही EC पर उठा दिए सवाल Bihar Politics: वोटर लिस्ट को लेकर गरमाई बिहार की सियासत, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पटना पहुंचे ही EC पर उठा दिए सवाल Bihar News: इस रूट के यात्रियों के लिए अच्छी खबर, स्पेशल ट्रेनों के परिचालन का होगा विस्तार Bihar News: नहर में नहाने गए 5 दोस्त तेज धार में बहे, 3 की बची जान; 2 लापता Bihar News: सड़क हादसे में रोज मर रहे 21 लोग, बिहार के इस जिले में सबसे अधिक मौत Bihar News: पटना में अब कचरे से बनेगी बिजली, परियोजना पर खर्च होंगे ₹500 करोड़ Bihar Crime News: लूट का विरोध करना राहगीर को पड़ा भारी, बदमाशों ने मारी गोली Bihar News: लालू यादव की जमीन पर बनेंगे भूमिहीनों के घर? JDU के ऐलान से मची हलचल Bihar Crime News: गोलीबारी में 2 महिलाएं घायल, पुलिस ने शुरू की छापेमारी Bihar News: वज्रपात ने ली 4 लोगों की जान, आज इन जिलों के लिए जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट

सरकारी हॉस्पिटल में नसबंदी के 2 वर्ष बाद गर्भवती हुईं 4 बच्चों की मां, स्वास्थ्य विभाग पर ठोका 11 लाख का हर्जाना

सरकारी हॉस्पिटल में नसबंदी के 2 वर्ष बाद गर्भवती हुईं 4 बच्चों की मां, स्वास्थ्य विभाग पर ठोका 11 लाख का हर्जाना

08-Mar-2021 03:57 PM

By

MUZAFFARPUR:  बिहार के सरकारी अस्पताल में नसबंदी करवाने के दो साल बाद एक महिला के गर्भवती होने का मामला सामने आया है। परिवार नियोजन के ऑपरेशन का एक मामला मुजफ्फरपुर उपभोक्ता फोरम तक पहुंचा। जहां ऑपरेशन कराने वाली महिला ने 11 लाख रुपये के हर्जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव पर उपभोक्ता न्यायालय में मामला दर्ज कराया है। मामला सरकारी अस्पताल में नसबंदी के 2 साल बाद महिला के गर्भवती होने का है। फिलहाल इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तिथि 16 मार्च तय की गई है। महिला मुजफ्फरपुर के मोतीपुर स्थित महना गांव की रहने वाली है। जिसने 27 जुलाई 2019 को मोतीपुर पीएचसी में परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराया था। 

फुलकुमारी के पहले से 4 बच्चे हैं और वह पांचवां बच्चा नहीं चाहती थीं। हालांकि कुछ दिन पहले ही उसे पता चला कि वह फिर से गर्भवती हो गई है। वह इस बच्चे के भरण-पोषण के लिए बिलकुल तैयार नहीं हैं। फुलकुमारी ने बताया कि जब वह मोतीपुर पीएचसी में जाकर गर्भवती होने की जानकारी दी तो अल्ट्रासाउंड करवाया गया। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में फुलकुमारी गर्भवती पाई गईं। रिपोर्ट आने के बाद से वह काफी परेशान है। वह खुद हैरान है कि नसबंदी के दो साल बाद वह फिर से गर्भवती कैसे हो गईं। फुलकुमारी के परिजन भी इस रिपोर्ट के आने से हैरान है। 

फुलकुमारी ने पांचवे बच्चे के पालन-पोषण के लिए सरकार से 11 लाख रुपये हर्जाने के तौर पर मांगे हैं। इस मामले पर फुलकुमारी के अधिवक्ता डॉ. एसके झा ने कहा कि यह गंभीर मामला है जिसके लिए स्वास्थ्य महकमे के सर्वोच्च पदाधिकारी भी जिम्मेदार हैं। मामले में प्रधान सचिव के अलावा स्वास्थ्य सचिव, परिवार नियोजन के उपनिदेशक और मोतीपुर पीएचसी के प्रभारी डॉक्टर को पक्षकार बनाया गया है।अधिवक्ता ने कहा है कि वो फुलकुमारी के न्याय की लड़ाई हर स्तर पर लड़ेंगे। परिवार नियोजन के ऑपरेशन के दो साल बाद गर्भवती होने से परिजन भी सकते में हैं और स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं।