ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर

संघ प्रमुख ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ, देश का हर नागरिक राजा लेकिन अनुशासन जरूरी - भागवत

संघ प्रमुख ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ, देश का हर नागरिक राजा लेकिन अनुशासन जरूरी - भागवत

26-Jan-2020 05:53 PM

By

GORAKHPUR : गणतंत्र दिवस के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अनुशासन का पाठ पढ़ाया है। गोरखपुर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद अपने संबोधन में भागवत में कहा है कि देश का हर नागरिक राजा की तरह है क्योंकि संविधान में उसे व्यापक अधिकार दिए हैं। भागवत ने कहा है कि संविधान से मिले अधिकारों के बावजूद हमें अपना कर्तव्य और अनुशासन नहीं भूलना चाहिए।


संघ प्रमुख ने कहा है कि देश को आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों ने जो सपना देखा था उसके अनुरूप भारत का निर्माण अनुशासन के साथ ही किया जा सकता है। भागवत ने कहा कि हमें ऐसे भारत का निर्माण करना होगा जो दुनिया और मानवता की भलाई के लिए समर्पित हो।


गोरखपुर के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में मोहन भागवत शामिल हुए। संघ प्रमुख ने कहा कि समाज के निचले पायदान पर खड़े लोगों को मुख्यधारा में लाने का लक्ष्य आरएसएस का संकल्प है। भागवत ने कहा कि रावण भी ज्ञानी था लेकिन उसके सोचने की दिशा गलत थी जिसके कारण एक राष्ट्र का विनाश हो गया।