BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी
31-Dec-2019 06:20 PM
By Jitendra Kumar
BEGUSARAI : साल 2019 बेगूसराय दस दिनों तक लगातार मर्डर, डबल और ट्रिपल मर्डर के बीच डीआईजी कार्यालय का खुलना इस साल चर्चा का विषय बना रहा । हालांकि डीआईजी कार्यालय खुलने के बाद भी जिले में आपराधिक वारदात में कोई खास कमी नहीं देखी गयी।आंकड़ों की नजर से देखें तो साल 2018 के मुकाबले 2019 में आपराधिक वारदात कम हुए। वहीं सोना लूटकांड, ट्रिपल और डबल मर्डर का एक सप्ताह के अंदर हुए उद्भेदन ने पुलिस के मनोबल को जरुर बढ़ाया। स्पेशल ऑपरेशन के कारण 50 से अधिक बड़े अपराधी जेल भेजे गए।
हत्या-बलात्कार के मामलों में आयी कमी
2019 में गत वर्षों के अपराध का तुलनात्मक अध्ययन करें तो हत्या के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत की कमी आई। पिछले साल जहां 113 वारदात सामने आयी थी वहीं इस साल अब तक 99 हत्या के वारदात सामने आ चुके हैं।सबसे अधिक सदर अनुमंडल में 46, तेघड़ा में 23, बलिया में 13, मंझौल में दस और बखरी में सात लोगों की हत्या हुई। बलात्कार के मामले में गत वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत की कमी हुई। पिछले साल बलात्कार के 28 मामले दर्ज हुए थे। जबकि इस वर्ष सदर एवं बलिया अनुमंडल में सात-सात, तेघड़ा एवं बखरी अनुमंडल में चार-चार तथा मंझौल अनुमंडल में तीन मामले दर्ज किए गए।
दहेज हत्या का गिरा ग्राफ
इसी तरह दहेज हत्या के मामले में गत वर्ष की तुलना में 35 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले साल जिला में दहेज हत्या के 26 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि इस साल सदर अनुमंडल में पांच, बखरी में चार, बलिया एवं मझौल तीन-तीन तथा तेघड़ा में दो मामले दर्ज किए गए हैं। डकैती में गत वर्ष की तुलना में कोई वृद्धि नहीं हुई तथा पांच वर्ष की तुलना में 49 प्रतिशत की कमी आई। इस वर्ष सदर अनुमंडल में दो तथा बखरी, तेघड़ा एवं बलिया में एक-एक मामला दर्ज किया गया है।
लूट के 100 मामले दर्ज
लूट की घटना में गत वर्ष की तुलना में चार प्रतिशत की कमी आई है। इस वर्ष बेगूसराय में लूट के एक सौ मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें सदर अनुमंडल में 54, तेघड़ा में 21, बखरी में दस, बलिया में नौ तथा मंझौल अनुमंडल में छह मामले दर्ज किए गए हैं। अपहरण के मामले में विगत वर्ष की तुलना में 48 प्रतिशत की कमी आई है। अपहरण के 134 मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें सदर अनुमंडल में 59, तेघड़ा में 33, बलिया में 17, बखरी में 14 तथा मंझौल में 11 मामले दर्ज हैं। अवैध हथियार बरामदगी के मामले में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
चोरी के मामले सबसे ज्यादा
इस वर्ष बेगूसराय में आर्म्स एक्ट के 171 मामले दर्ज किए गए। जिसमें सबसे अधिक सदर अनुमंडल में 74, तेघड़ा में 30, बलिया में 27, मंझौल में 21 तथा बखरी में 19 मामले दर्ज हुए। गृहभेदन के मामले में इस साल 24 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इस वर्ष बेगूसराय में 102 मामले दर्ज किए गए। जिसमें सबसे अधिक सदर अनुमंडल में 62, बलिया में 19, तेघड़ा में दस, मंझौल में आठ और बखरी में तीन मामले दर्ज किए गए। बेगूसराय में इस साल चोरी के 284 मामले दर्ज किए गए तथा पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत की कमी आई। इस वर्ष सदर अनुमंडल में 168, तेघड़ा में 37, बलिया में 35, बखरी में 33 और मंझौल में 11 मामले दर्ज किए गए हैं।
बेगूसराय में फिरौती के लिए इस साल एक भी अपहरण नहीं हुआ और गंभीर दंगे नहीं हुए, जो कि कहीं ना कहीं पुलिस की सजगता का प्रमाण है। एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि पुलिस अपराधिक वारदात पर रोक लगाने तथा उसके उद्भेदन के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। जिसके कारण सभी तरह के आपराधिक वारदातों में पिछले साल की तुलना में कमी आई है। बेहतर पुलिसिंग के सहारे भयमुक्त समाज की स्थापना पहला कर्तव्य और उद्देश्य है।