Train news: नमो भारत ट्रेन का रूट-शेड्यूल और किराया तय, एक क्लिक में जानिए सबकुछ Patna Pakistani nationals: पटना में 27 पाकिस्तानी नागरिकों को लौटना होगा, वीजा रद्द कर कार्रवाई शुरू Chanakya Niti: ये 6 दुख तोड़ देते हैं इंसान को अंदर से, क्या आप भी इनसे गुजर रहे हैं? Bihar News : मिड डे मील में सांप मिलने से बबाल, मोकामा के स्कूल में 100 बच्चे बीमार; पढ़िए पूरी खबर Bihar News: बिहार में फिर शर्मसार हुई शिक्षा व्यवस्था, मुंगेर में वरीय शिक्षक द्वारा बच्चों से कार धुलवाने का वीडियो वायरल Bihar weather update: बिहार में इस दिन से बदलेगा मौसम का मियाज, 7 जिलों में मिलेगी गर्मी से राहत जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग
03-Nov-2019 05:14 PM
By
RAIPUR: युवक की मौत हो गई. लेकिन अपने जवान बेटे की मौत के बाद उसकी एक्ट्रेस और लोक गायिका मां ने एक बूंद आंसू नहीं तक नहीं गिराया. यही नहीं मां ने अपने बेटे की अंतिम संस्कार भी शमशान घाट पर गाजे बाजे के साथ किया. अब आप सोच रहे होंगे की एक मां ने ऐसा क्यों क्या. लेकिन इसके पीछे एक इमोशनल कहानी है.
देख लोग भी पड़ गए थे हैरत में
जब एक मां इस तरह से बेटे की मौत पर कर रही थी. लोग आसपास के लोग भी देख हैरत में पड़. लेकिन मां ने जब बात बचाई सामने खड़ी सैकड़ों लोगों की भीड़ की आंखें भर आई. सभी बेचारी मां के साथ देने लगे. यह मामला छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव का है.
बेटे की अंतिम इच्छा मां ने की पूरी
एक्ट्रेस और लोक गायिका पूनम तिवारी के बेटे सूरज की 30 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत हो गई. मौत से पहले सूरज ने मां से कहा था कि अगर मुझे कुछ हो गया तो मां मुझे गाजे बाजे के साथ मेरी अंतिम यात्रा निकालना. सूरज खुद कलाकार था वह राजनांदगांव में रंग छत्तीसी के नाम से सांस्कृतिक संस्था चलाता था. उसकी संस्था लोकगीत और नाटकों का मंचन करती थी. कुछ दिन पहले ही उसने चरणदास चोर का मंचन किया था. मां ने सूरज की मौत पर चरणदास चोर का फेमस गाना ''एकर का भरोसा, चोला माटी के राम" गाई. सूरज की मां पूनम खुद हजारों नाटकों में मंचन कर चुकी है. लेकिन वह बेटे के अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए ना चाहकर भी गाना गाई.