ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में 24 पाकिस्तानी महिलाओं की लिस्ट जारी, तीन ने ली भारतीय नागरिकता 40 साल दरगाह की सेवा के बाद श्यामलाल की घर वापसी, पहलगाम आतंकी हमले से हुआ हृदय परिवर्तन Bihar News: सदर अस्पताल में मिला 25 वर्षीय युवक का शव, प्रेमिका के परिवार वालों पर हत्या का आरोप आतंकवादी हमले के खिलाफ पटना में महागठबंधन का कैंडल मार्च, तेजस्वी यादव-मुकेश सहनी सहित कई नेता रहे मौजूद Road Accident: भारतीय सेना के जवान की सड़क हादसे में मौत, पिता के निधन के बाद छुट्टी पर आए थे घर गोपालगंज में 4 दिन से लापता युवती की लाश बगीचे से बरामद, हत्या के विरोध में परिजनों ने किया सड़क जाम हंगामा CSKvsSRH: 10वें स्थान को लेकर CSK और SRH में रोचक जंग के बीच चेन्नई को मिले भविष्य के 2 सुपरस्टार BIHAR NEWS: विनोद सिंह गुंजियाल बने बिहार के नये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, 2007 बैच के हैं IAS अधिकारी महागठबंधन में महाघमासान होना तय! RJD से दबने को तैयार नहीं कांग्रेस, को-ओर्डिनेशन कमेटी में दिखा दिया अपना जोर Pahalgam Terror Attack: रूस की अपने नागरिकों को सलाह, “पाकिस्तान की यात्रा न करें”, भारत-पाक के बीच तनाव से पूरी दुनिया अलर्ट

मौत को गले लगाने से पहले सुसाइड की पूछी थी सजा, सिपाही ने पढ़ा ट्वीट और बचा ली जान

मौत को गले लगाने से पहले सुसाइड की पूछी थी सजा, सिपाही ने पढ़ा ट्वीट और बचा ली जान

05-Feb-2020 08:15 AM

By

MUMBAI: सोशल नेटवर्किंग साइट कुछ मायनों में बुरा है तो कुछ मायनों में मददगार. इस बार सोशल साइट ने एक युवक की जान बचा ली है. मुंबई पुलिस के एक सिपाही की सूझबूझ से युवक सुसाइड करने से बच गया. सिपाही ने डिप्रेशन से जूझ रहे एक 25 साल के नौजवान की जान बचा ली. घटना मुंबई की है.


मुंबई पुलिस की सोशल मीडिया विंग में कार्यरत पुलिस कॉन्स्टेबल समीर साल्वे को ट्विटर पर एक पोस्ट दिखाई दी. उस पोस्ट को पढ़ते ही समीर के होश उड़ गये. पोस्ट में लिखा था कि 'अगर मैं सुसाइड करता हूं, तो इस अपराध की क्या सजा होगी.' नीलेश बेडेकर नाम के एक युवक ने ट्विटर पर इसे पोस्ट किया था. ट्वीट पढ़ते ही समीर तुरंत एक्शन में आए और इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी.


पुलिस ने तुरंत नीलेश बेडेकर का ट्विटर अकाउंट चेक किया और उसके जरिए नीलेश का मोबाइल नंबर खोज निकाला. मोबाइल नंबर से पुलिस ने नीलेश का लोकेशन ट्रेस किया और गोरेगांव स्थित उसके घर पहुंच गये. पुलिस की एक टीम नीलेश को कॉल कर उसका ध्यान भटकाने की कोशिश करती रही और दूसरी टीम उसके घर रवाना हो गई. वनराई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी महेश निवतकर टीम को लीड कर रहे थे. युवक के घर पहुंचकर पुलिस उसे थाने ले आई. पुलिस ने नीलेश को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल भेजा साथ ही उसकी स्पेशल काउंसलिंग भी कराई. पुलिस की पहल रंग लाई और काउंसलिंग के बाद उसने सुसाइड करने का ख्याल मन से निकाल दिया.