ब्रेकिंग न्यूज़

शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..

कैशवैन से 70 लाख लूटने वाला जिला परिषद उपाध्यक्ष अरेस्ट, पटना में छुपकर पुलिस को दे रहा था चुनौती

कैशवैन से 70 लाख लूटने वाला जिला परिषद उपाध्यक्ष अरेस्ट, पटना में छुपकर पुलिस को दे रहा था चुनौती

30-Jan-2020 07:57 AM

By

PATNA : हाजीपुर-छपरा के बीच 8 साल पहले गार्ड को गोली मारकर 70 लाख लूटने वाले फरार आरोपी पंकज ठाकुर को पटना पुलिस की विशेष टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. पंकज को पटना के गांधी मैदान थाना इलाके से उसके सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया है. 

पंकज पर पटना के शास्त्रीनगर, हाजीपुर के नगर थाना, हाजीपुर के सदर थाना, सोनपुर सहित कई थाने में 20 संगीन मामले दर्ज हैं. पंकज मूल रुप से हाजीपुर के इस्माइलपुर का रहने वाला है और 30 जून 2016 से वैशाली जिला परिषद का उपाध्यक्ष है. 

तीन माह पहले ही पंकज के गुर्गे ने मोतिहारी के चकिया के बंधन बैंक से 11 लाख रुपये और हथियार लूटकर भागे थे. 25 जनवरी को पंकज के पांच गुर्गे को रांची की लालपुर स्थित ज्वेलरी शॉप में लूट के दौरान गिरफ्तार किया था, जिसके द्वारी दिए गए सुराग के बाद पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर लिया. 

कई कांडों का आरोपी पंकज के रुतवा का अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि वह 2016 में जिला परिषद का उपाध्यक्ष भी बन गया, पर पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई.