लुधियाना में सीतामढ़ी की बेटी की दर्दनाक मौत, शादी के दबाव में आकर केमिकल टैंक में कूदकर दी जान सीतामढ़ी में एटीएम बदलकर ठगी करने वाला गिरोह बेनकाब, तीन साइबर फ्रॉड गिरफ्तार चुनाव से पूर्व मोतिहारी में बड़ी कार्रवाई: मुखिया पति कमरुद्दीन मियां के घर से हथियार और लग्जरी गाड़ियां बरामद Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, तीन नए थानाध्यक्षों की हुई तैनाती; दो लाइन हाजिर Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं बिहार में बकरी के लिए चली गोली, युवक की मौत, सौतेले भाई ने दिया घटना को अंजाम हम नहीं सुधरेंगे, राहुल-तेजस्वी ने खाई कसम, एक बार फिर प्रधानमंत्री और उनके माता जी का किया अपमान: नित्यानंद
15-Jul-2022 11:29 AM
By
PATNA : 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बिहार विधानसभा के कार्यक्रम में शामिल होने आए तो विधानसभा के मंच पर उनके साथ तेजस्वी यादव को भी जगह मिली थी. यादव विधानसभा में विरोधी दल के नेता है, इस लिहाज से उन्हें भी इस मंच से संबोधन का मौका मिला. लेकिन तेजस्वी यादव से उम्मीद पाले बैठे उनके पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उस वक्त निराशा हुई, जब तेजस्वी अपने बेहद छोटे संबोधन के दौरान बार-बार भटकते और लड़खड़ाते रहे. दरअसल तेजस्वी यादव ने विधानसभा के कार्यक्रम में लिखा हुआ भाषण पढ़ा. तेजस्वी को इस तरह अटकते हुए संबोधित करते देखना अपने आप में हैरत की बात थी. इसके बाद तेजस्वी यादव जमकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए. विरोधियों ने निशाना साधा सो अलग, किसी ने कहा तेजस्वी यादव को लिखना पढ़ना नहीं आता इसलिए लिखा हुआ भाषण पढ़ने में उन्हें दिक्कत हुई. विरोधी एक तरफ से निशाना साथ रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग यह भी कहते रहे कि तेजस्वी प्रधानमंत्री के सामने नर्वस हो गए.
दरअसल, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सभी ने कई बार भाषण देते सुना है. इस दौरान वे धारदार तरीके से अपनी बात रखते हैं, चाहे वह बीजेपी को आइना दिखाना हो या सदन के अंदर अपनी बात रखना, तेजस्वी कहीं से भी एक कमजोर वक्ता नजर नहीं आते. लेकिन इस सब के बावजूद तेजस्वी को आखिर उस दिन ऐसा क्या हुआ कि वह प्रधानमंत्री की मौजूदगी में मंच पर आते लड़खड़ा गए, यह बात बेहद सामान्य नहीं दिखती. फर्स्ट बिहार ने तेजस्वी के कमजोर संबोधन को लेकर उनकी पार्टी के नेताओं और लालू परिवार के करीबी सूत्रों से जानकारी जुटाने शुरू कि हमारे पास गुरुवार को ही यह खबर आ गई थी कि तेजस्वी यादव किस वजह से संबोधन में अटके, लेकिन फर्स्ट बिहार बगैर किसी सबूत के यह जानकारी आप से नहीं साझा करना चाहता था. लिहाजा अब हम पक्के तौर पर तेजस्वी के कमजोर संबोधन को लेकर जानकारी मुहैया करा रहे हैं.
दरअसल तेजस्वी के करीबी सूत्रों के मुताबिक समय कम होने की वजह से नेता प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री के सामने लिखित भाषण पढ़ने का फैसला किया था. तेजस्वी पॉइंट टू पॉइंट बात रखना चाहते थे. लिहाजा उन्होंने भाषण लिखकर ले जाना बेहतर समझा, लेकिन यहीं पर तेजस्वी यादव से चूक हो गई दरअसल तेजस्वी यादव को इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनकी आंख की रोशनी पहले से प्रभावित हुई है. आंख में आई परेशानी की वजह से तेजस्वी यादव मंच पर लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ पाए, ऐसी जानकारी उनके करीबी सूत्रों की तरफ से हमें मिली, लेकिन अब फर्स्ट बिहार आपको वह तस्वीर भी दिखा रहा है, जिसमें तेजस्वी यादव आंख में आई परेशानी के बाद डॉक्टरों से चेकअप करवाने पहुंचे. मंच पर लिखा हुआ भाषण पढ़ने लगे तो उन्हें वर्ड जंबल करने लगे थे लिहाजा एक बार तेजस्वी अटके तो बार-बार अटकते चले गए. तेजस्वी यादव का आत्मविश्वास भी इससे कम हो गया. मंच बड़ा था इससे कोई इनकार नहीं कर सकता लिहाजा तेजस्वी थोड़े नर्वस भी हुए.