मुख्य सचिव ने दिए निर्देश: योग्य लाभार्थियों को मिले राशन कार्ड, PDS दुकानों की रिक्तियां शीघ्र भरें, Zero Office Day अभियान में सख्ती कैमूर में विवाहिता की संदिग्ध मौत, मायकेवालों ने ससुराल पक्ष पर लगाया जहर देकर मारने का आरोप Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम वीरपुर में किसान सम्मान समारोह: संजीव मिश्रा ने सैकड़ों किसानों को किया सम्मानित World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई यूट्यूबर दिवाकर सहनी और उनके परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है वीआईपी: मुकेश सहनी
13-Mar-2024 08:57 PM
By MANOJ KUMAR
MUZAFFARPUR: पटना सिविल कोर्ट ट्रांसफार्मर ब्लास्ट मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग में याचिका दायर की गयी है और मामले की उच्चस्तरीय जांच किये जाने और बिजली विभाग के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गयी है। मुजफ्फरपुर के मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एस. के. झा ने राष्ट्रीय एवं राज्य मानवाधिकार आयोग में इस संबंध में याचिका दायर की है।
पटना सिविल कोर्ट परिसर में हुए ट्रांसफार्मर ब्लास्ट मामला मानवाधिकार आयोग पहुंचा। इस घटना में एक अधिवक्ता की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन से अधिक अधिवक्ता और मुंशी घायल हो गये। मुजफ्फरपुर के मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एस. के. झा ने इस पुरे मामले के सम्बंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली एवं बिहार मानवाधिकार आयोग, पटना में अलग-अलग याचिका दायर की है।
याचिका दायर कर मामले की उच्चस्तरीय जाँच की मांग की गयी है। साथ ही बिजली विभाग के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की माँग की गई है। वही मृतक एवं घायलों के परिजनों को आपदा राहत कोष सहित सरकार के अन्य विभागों से मिलने वाली आर्थिक सहायता एवं मुआवजे की माँग की गयी है। मानवाधिकार के अधिवक्ता एस. के. झा ने बताया कि यह घटना बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुई है। इस लापरवाही के कारण आज हमनें एक विद्वान साथी को खो दिया है।