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05-Oct-2023 08:14 PM
By First Bihar
PATNA: पटना एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की दबंगई सामने आई है। अस्पताल के गार्ड ने मरीज के परिजन की पिटाई कर दी जिससे वे बुरी तरह घायल हो गये। गार्ड की पिटाई का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल तेजी से वायरल हो रहा है। वहां मौजूद लोग यह कहते दिख रहे हैं कि सर मत मारिये मर जाएगा। बताया जाता है कि एम्स के इमरजेंसी वार्ड में बेड नहीं होने की बात को लेकर झड़प हुई थी। हांलाकि अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉ. जी.के.पाल ने इसे एम्स को बदनाम करने की साजिश बताया। वही फुलवारी थानाध्यक्ष सफीर आलम ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस वायरल वीडियो की जांच कर रही है।
मामले को लेकर फुलवारीशरीफ थाने के थानाध्यक्ष सफीर आलम ने बताया कि सारण के दिघवारा निवासी 36 वर्षीय दीपक कुमार साह का इलाज दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में चल रहा था। दस महीने पहले उनके आंख का ऑपरेशन हुआ था। जहां उनकी स्थिति ठीक नहीं थी। वहां के डॉक्टर ने कहा था कि यहां कब तक रहिएगा पटना में किसी अस्पताल में रखकर इलाज कराइये। डॉक्टर की सलाह के बाद परिजन उन्हें दिल्ली से लेकर पटना एम्स आए हुए थे। लेकिन अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बेड खाली नहीं था। जिसके कारण डॉक्टर ने मरीज को एडमिट लेने से मना कर दिया। डॉक्टरों ने कहा कि मरीज को किसी दूसरे अस्पताल में ले जाइए यहां बेड खाली नहीं है। लेकिन परिजन मरीज को एम्स में जबरन एडमिट कराना चाहते थे। जब परिजन डॉक्टर की मान नहीं माने तब उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड को इन्हें समझाने को कहा। जब गार्ड ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो मरीज के अटेंडेंट उग्र हो गये और गार्ड के चेहरे पर थरमस से हमला कर दिया जिससे चेहरे में सुजन आ गया।
गार्ड ने अपने साथियों को बुलाया जिसके बाद मरीज के अटेंडेंट को अस्पताल से बाहर निकालने की कोशिश की गयी। इसी दौरान गार्ड और अटेंडेंट के बीच झड़प हो गयी। सोशल मीडिया पर अब पिटाई का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसके बाद परिजन मरीज को लेकर पीएमसीएच चले गये जहां इलाज के दौरान मरीज दीपक कुमार की मौत हो गयी। थानेदार ने बताया कि इससे पहले मरीज को परिजन आईजीआईएमएस भी गये थे लेकिन वहां भी बेड खाली नहीं होने के कारण भर्ती नहीं लिया गया। मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार परिजनों ने किया। थानेदार ने बताया कि वायरल वीडियो में यह दिख रहा है कि गार्ड और पेसेन्ट के अटेंडेंट के बीच मारपीट हो रही है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वही पटना एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. जी.के.पाल ने बताया कि डीएसओ को मामले की जांच के लिए भेजा गया था। जांच के बाद डीएसओ ने बताया कि रात के साढ़े दस बजे कैंसर से पीड़ित पेसेन्ट को परिजन अस्पताल में लेकर आए थे। वे मरीज को एम्स में भर्ती कराना चाहते है लेकिन इमरजेंसी वार्ड में बेड खाली नहीं था जिसके कारण डॉक्टरों ने मरीज को एडमिट करने से मना कर दिया। लेकिन कुछ लोग जबरन भर्ती कराने की बात कर रहे थे। जब वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने समझाने की कोशिश की तो परिजन उग्र हो गये और थरमस से उसके चेहरे पर हमला कर दिया जिससे गार्ड के चेहरे पर सुजन हो गया वह घायल हो गया। कार्यकारी निदेशक ने कहा कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो रिकॉर्डिंग करने वाले व्यक्ति की आवाज आ रही है जिसमें वह कह रहा है कि इसको मत मारो मर जाएगा। इसको कैसे पता चला कि मारपीट होने वाला है। यह कैसे तुरंत रिकार्ड करने के लिए आ गया। उन्होंने कहा कि जिस सिक्योरिटी गार्ड को परिजनों ने थरमस से मारा है उसका वीडियो रिकार्डिंग नहीं किया गया। यह सब प्री प्लानिंग लगता है। उन्होंने कहा कि पटना एम्स को बदना करने लिए ऐसा किया गया है।