ब्रेकिंग न्यूज़

Chirag Paswan : चिराग पासवान की बड़ी मां राजकुमारी देवी लड़ेंगी विधानसभा चुनाव, इस सीट से हो सकती हैं कैंडिडेट; खुद किया एलान Bihar News: पत्रकार राजदेव रंजने केस में नया ट्विस्ट, अब हाईकोर्ट जाएगी CBI की टीम; जानिए... क्या है वजह Bihar News : मिड-डे मील में छिपकली गिरने से 62 बच्चे बीमार, 8 एसकेएमसीएच रेफर; प्रशासन में हड़कंप Bihar News: बनारस जा रहे वाहन से अवैध हथियार बरामद, पुलिस ने 5 तस्करों को दबोचा Bihar News: बिहार में यहाँ बिछाई जाएगी डबल रेल लाइन, ₹3100 करोड़ से ज्यादा होंगे खर्च Bihar Surveillance Raids: सुबह सुबह SVU की रेड, शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण के कई ठिकानों पर चल रही छापेमारी, जानिए क्या है पूरा मामला Nepal Political Crisis: 8 साल पहले महाभियोग झेलीं सुशीला कार्की, अब बनेंगी नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री; जान लें... क्या है इनकी कहानी Bihar Election 2025 : कांग्रेस ने फिर तेजस्वी को CM पद का दावेदार मानने से इनकार किया, कहा - जनता करेगी फैसला, सीट शेयरिंग में मनपसंद क्षेत्र चाहिए Bihar Crime News: बिहार में अब हाईस्कूल के गार्ड को मारी गोली, चारो अपराधी फरार.. BSEB : इंटर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, यह है लास्ट डेट; वोकेशनल कोर्स के लिए भी शुरू हुई प्रक्रिया

ओपन सर्जरी के बगैर ब्रेन हेमरेज का इलाज, पटना के पारस हॉस्पिटल की उपलब्धि

ओपन सर्जरी के बगैर ब्रेन हेमरेज का इलाज, पटना के पारस हॉस्पिटल की उपलब्धि

16-Nov-2021 05:39 PM

By

पटना : पूर्णिया के रहने वाले 46 वर्षीय मरीज़ को 30 अक्टूबर की रात बेहोशी की हालत में पटना स्थित पारस एचएमआरआई अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों की जांच और शुरुआती टेस्ट से यह साफ हो गया कि मरीज़ को ब्रेन हेमरेज हुआ है. जिसके लिए डॉक्टरों ने बिना वक़्त गवाए न्यूरो इंटरवेंशन तकनीक के जरिये मरीज़ का इलाज किया। इस विधि के ज़रिए पारस एचएमआरआई अस्पताल ने बिहार सहित पूर्वी भारत के लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा का एक और उदाहरण पेश किया है. इस विधि के बाद अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और तेजी से रिकवर कर रहा है. 


पारस एचएमआरआई के न्यूरो सर्जरी एवं न्यूरो इंटरवेंशन विभाग के हेड डॉ. पांडुरंग रेड्डी पूर्वी भारत के कुछ चुनिंदा न्यूरोसर्जन मे से एक हैं जो न्यूरोसर्जरी और न्यूरो इंटरवेंशन दोनों के विशेषज्ञ हैं. डॉ. रेड्डी के अनुसार न्यूरोइंटरवेंशन एक प्रकार की सर्जरी हैं जिसमें ब्रेन हेमरेज (एन्यूरिज्मल सबराचोनोइड हेमरेज) के रोगियों का इलाज सिर को बिना खोले किया जाता है. इसमें सिर को खोले बिना ब्रेन एन्यूरिज्म की मरम्मत की जा सकती है. इस प्रक्रिया में कमर की नस में एक छोटा पंचर बनाया जाता है और फिर कैथटर को मस्तिष्क धमनीविस्फार (एन्यूरिज्म) के स्थान तक इसे ले जाया जाता है और फिर टाइटेनियम कॉयल के साथ पैक किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में मस्तिष्क को खोला या छुआ तक नहीं जाता है. इस प्रक्रिया को ब्रेन एन्यूरिज्म कॉइलिंग कहा जाता है. यह प्रक्रिया कैथ लैब में की जाती है न कि नियमित ऑपरेशन थियेटर में। डॉ रेड्डी द्वारा लीड की गई इस टीम में अन्य डॉक्टर डॉ. सौरव कुमार(न्यूरो सर्जन), डॉ. नताशा और डॉ. श्रीनारायण  (एनेस्थेटिस्ट) भी रहे. 


मरीज की हालत के बारे में बताते हुए मरीज़ के एक परिजन ने बताया कि वह नहाते वक्त अचानक गिर पड़े और बेहोश हो गए थे. जिसके बाद मरीज़ को पहले तो लोकल अस्पताल लेकर जाया गया और वहां टेस्ट होने के बाद  पारस एचएमआरआई अस्पताल लेकर आये. जिसके बाद डॉक्टरों ने इलाज किया और जल्दी ही उनका मरीज़ पूरी तरह से ठीक हो गया है.


न्यूरो इंटरवेंशन विधि के बारे में बताते हुए डॉ. पांडुरंग ने बताया कि, "ब्रेन हेमरेज में अमूमन ओपन सर्जरी की जाती है लेकिन इसमें रिस्क होता है और तकलीफ भी ज्यादा होती है. 20 -25 टांके लगते हैं, खून भी ज़्यादा बहता है. साथ ही इंफेक्शन का खतरा रहता है और रिकवरी में भी समय लगता है. लेकिन वहीं  न्यूरो इंटरवेंशन में इन सब समस्या से निजात मिल जाता है और मरीज़ जल्दी स्वस्थ भी होता है.