ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: दामाद की हत्या के आरोप में बाप-बेटे ने वर्षों काटी जेल की सजा, 10 साल बाद दूसरी पत्नी के साथ घर लौटा शख्स Vaibhav Suryavanshi: बिहार के वैभव सूर्यवंशी के तूफानी शतक से बनें कई रिकार्ड, क्रिकेटर के पैतृक गांव ताजपुर में जश्न Bihar Co Suspend: नप गए एक अंचल अधिकारी, DM की रिपोर्ट पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने किया निलंबित Bihar Politics: रोहिणी आचार्य ने पीएम मोदी को बताया पलायनवादी, पहलगाम हमले पर लालू की लाडली ने खूब सुनाया Bihar Politics: रोहिणी आचार्य ने पीएम मोदी को बताया पलायनवादी, पहलगाम हमले पर लालू की लाडली ने खूब सुनाया Seema Haidar: सीमा हैदर को जाना होगा पाकिस्तान? लोगों के सवालों का नोएडा पुलिस ने दिया जवाब Seema Haidar: सीमा हैदर को जाना होगा पाकिस्तान? लोगों के सवालों का नोएडा पुलिस ने दिया जवाब Vande Bharat Express: पटना से न्यू जलपाईगुड़ी जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर हमला, चलती ट्रेन पर बरसाए पत्थर Vande Bharat Express: पटना से न्यू जलपाईगुड़ी जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर हमला, चलती ट्रेन पर बरसाए पत्थर Bihar corruption news : लाखों का रिश्वत लेते हुए धराया कार्यपालक अभियंता योजना एवं विकास विभाग का अधिकारी, मचा हडकंप

नियोजित शिक्षकों की हड़ताल से स्कूल में लगा ताला, युवाओं ने मंदिर में लगायी पाठशाला

नियोजित शिक्षकों की हड़ताल से स्कूल में लगा ताला, युवाओं ने मंदिर में लगायी पाठशाला

04-Mar-2020 08:20 PM

By Chandan Kumar

CHAPRA : नियोजित शिक्षकों की हड़ताल से बिहार में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई ठप पड़ गयी है। स्कूलों में ताले लटक गये हैं। छोटे-छोटे बच्चों को अपनी पढ़ाई की बहुत चिंता तो नहीं है लेकिन बच्चों के मम्मी-पापा परेशान है कि आखिर उनके बच्चों के भविष्य का क्या होगा ? ऐसे में गांव के कुछ युवा उनके लिए भगवान की तरह अवतरित हुए हैं। इन युवाओं ने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का पूरा जिम्मा उठा लिया है, गांव के मंदिर में ही उन्होनें बच्चों की पाठशाला लगा ली है।


मशरक पश्चिमी पंचायत के सियरभुक्का गांव में महज एक स्कूल हैं उत्क्रमित मध्य विद्यालय जहां शिक्षकों की हड़ताल की वजह से ताला लटक रहा है। बच्चे इस उम्मीद में रोज स्कूल जाते हैं कि आज स्कूल खुल गया होगा । लेकिन बच्चों को निराशा ही हाथ लगती हैं। लेकिन अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। कहते हैं न कि अगर इरादे नेक हो तो मंजिलें खुद बनती चली जाती हैं। कुछ ऐसे ही इरादों ने बच्चों की पढ़ाई को बर्बाद होने से बचा लिया है। गांव के युवाओं ने बच्चों के पढ़ाई की कमान खुद अपने हाथ में ले ली है। इन युवाओं ने गांव के मंदिर में ही बच्चों को पढ़ाने का नेक काम शुरू कर दिया है।


गांव के ही युवकोआलोक सिंह,विवेक कुमार,रंजय सिंह,मिजी सिंह,बबलू सिंह,सोनू शर्मा, विपुल कुमार,नीरज कुमार,सूरज कुमार, रविरंजन कुमार और प्रेम कुमार शर्मा ने श्याम बिहारी सिंह की अगुवाई में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक शिक्षकों की हड़ताल खत्म नहीं हो जाती वो बच्चों को पढ़ाते रहेंगे। बच्चों को पढ़ाई में पिछड़ने नहीं देंगे। इन युवाओं के जज्बे की तारीफ अब पूरा गांव कर रहा है। सभी खुले दिल इन युवाओं के पहल की सराहना कर रहे हैं।