Bihar News: बिहार में यहाँ ₹101 करोड़ खर्च कर होगा सड़क निर्माण, टेंडर जारी Road Accident: गयाजी जा रहे श्रद्धालुओं की बस हादसे का शिकार, ट्रक से भिड़ंत में एक की मौत; कई घायल Bihar News: बिहार चुनाव से पहले DM-SP बढ़ गई जिम्मेदारी, हर जिले के संवेदनशील इलाकों की पहचान में जुटा प्रशासन Patna News: गांधी मैदान में रावण वध के लिए सुरक्षा टाइट, 128 सीसीटीवी और 13 वाच टावर से होगी निगरानी Bihar News: तेजस्वी यादव समेत चार नेताओं पर FIR, "माई-बहिन मान योजना" के नाम पर महिलाओं से ठगी का आरोप Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज भीषण वर्षा, IMD का अलर्ट जारी Train News: दानापुर-जोगबनी वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया तय, बुकिंग शुरू; यहां देखें पूरी जानकारी कटिहार सदर अस्पताल में सांप के काटने से महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप कायमनगर में महिला चौपाल: सोनाली सिंह ने सुनीं महिलाओं की समस्याएं, दी माई-बहिन मान योजना की जानकारी सनातन जोड़ो यात्रा के तीसरे चरण में उमड़ा जनसैलाब, राजकुमार चौबे बोले..बक्सर बन सकता है अयोध्या-काशी से भी आगे
04-Nov-2023 05:50 PM
By RAJKUMAR
NALANDA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों सीपीआई के मंच से खूब कोसा था और कहा था कि कांग्रेस को गठबंधन की कोई चिंता नहीं है। नीतीश के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म है। सियासी गलियारे में चर्चा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मुख्यमंत्री को फोन किया और उनसे बातचीत की है। वहीं कांग्रेस से नाराज नीतीश को मनाने के लिए खुद लालू यादव तेजस्वी के साथ सीएम हाउस पहुंचे थे। कांग्रेस से नीतीश की नाराजगी पर बीजेपी ने तंज किया है।
बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने नालंदा में इसको लेकर निशाना साधा। आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार कांग्रेस और आरजेडी के साथ गठबंधन में इसलिए गए थे कि उन्हें सबलोग प्रधानमंत्री का उम्मीदवार मान ले, प्रधानमंत्री का उम्मीदवार न सही कम से कम संयोजक ही बना दे लेकिन नीतीश कुमार की दाल नहीं गली। ऐसे में नीतीश कुमार की हालत अंगूर खट्टे हैं वाली हो गई है। नीतीश कुमार का नाम पीएम उम्मीदवार के लिए प्रस्तावित नहीं किया जा रहा है इसलिए कह रहे हैं कि वहां ठीक नहीं है। अभी कोई कह दे कि वे ही पीएम के उम्मीदवार होंगे तो सब ठीक हो जाएगा।
आरसीपी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार है। जिसमें कांग्रेस के भी 19 विधायक हैं। नीतीश कुमार कह रहे थे कि वे सभी को इकट्ठा करना चाहते हैं और पद की कोई ईच्छा नहीं है। नीतीश कुमार ने पटना में इसलिए ही विपक्षी दलों की बैठक की थी कि सभी को साथ लाएं और कांग्रेस उन्हें अपना नेता मान ले। कांग्रेस की कई प्रदेशों में सरकार है। ऐसे में कांग्रेस नीतीश कुमार का नेतृत्व क्यों स्वीकार कर लेगी।
आरसीपी सिंह ने कहा कि ऐसे भी पीएम पद की कोई वैकेंसी 2024 में नहीं है। नरेंद्र मोदी ही फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। एक तरफ एनडीए है, जहां एकजुटता है और दूसरी तरफ 26 दल हैं जो आपस में ही सिर फुटौव्वल कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सभी ने एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया है। समझने वाली बात है कि जब ये लोग विधानसभा के चुनाव में एकजुट नहीं हो सके तो लोकसभा चुनाव में कहां से एकजुट होकर पीएम मोदी को चुनौती दे पाएंगे।