Bihar Crime News: बिहार में फर्जी शादी कराने वाले गिरोह का खुलासा, कई जिलों में फैला था नेटवर्क; गिरफ्त में लुटेरी दुल्हन Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों ने फिर से मचाया तांडव, कारोबारी भाइयों पर की ताबड़तोड़ फायरिंग; दोनों घायल Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों ने फिर से मचाया तांडव, कारोबारी भाइयों पर की ताबड़तोड़ फायरिंग; दोनों घायल Bihar News: दुश्मन कौन और दोस्त कौन? विधानसभा चुनाव से पहले बनेगी लिस्ट; पुलिस के लिए आदेश जारी Bihar Crime News: मोतिहारी में मामूली विवाद में युवक की गला दबाकर हत्या, आरोपी फरार Train Ticket Booking: ट्रेन में टिकट बुक करते समय करें यह काम, फ्री में होगा AC में अपग्रेड Ayushman Bharat: ‘आयुष्मान भारत’ योजना से क्यों दूर भाग रहे प्राइवेट अस्पताल? IMA ने बता दी बड़ी वजह Bihar News: 125 यूनिट मुफ्त बिजली के नाम पर बिहार में हो रही ठगी, समय रहते हो जाएं सतर्क Bihar News: चोरी के आरोप में नाबालिगों को रस्सी से बांधकर गाँव में घुमाया, वीडियो वायरल Bihar News: चुनाव से पहले नीतीश की ताबड़तोड़ घोषणाएं जारी: आज फिर नया ऐलान, सफाई कर्मचारी आयोग का होगा गठन
29-Jul-2024 09:49 PM
By First Bihar
PATNA: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हिन्दी में एमबीबीएस की पढ़ाई होती है अब बिहार सरकार भी राज्य में हिन्दी माध्यम से MBBS की पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले से उन छात्रों को ज्यादा फायदा होगा जिनकी मातृभाषा हिन्दी है। भागलपुर के JLNMCH समेत राज्य के मेडिकल कॉलेजों में इसकी तैयारी चल रही है। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से मेडिकल कॉलेज को पाठ्यक्रम और किताबें भेजी जाएंगी और छात्रों को हिंदी माध्यम से पढ़ाने के लिए शिक्षकों का भी चयन किया जाएगा।
बिहार के तमाम मेडिकल कॉलेज में Bachelor of Medicine, Bachelor of Surgery (MBBS ) की पढ़ाई अब हिन्दी में भी होने जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने MBBS की पढ़ाई हिंदी में कराने का फैसला लिया है। इसके लिए सिलेबस और किताबें आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किया जाएगा। MBBS की पढ़ाई में इस बड़े बदलाव से उन छात्रों को पढ़ाई में सुविधा होगी जिन्होंने हिन्दी माध्यम से स्कूली शिक्षा हासिल की है। क्योंकि कि ऐसे छात्रों को अंग्रेजी में पढ़ाई करने में भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। MBBS की पढ़ाई हिन्दी माध्यम से होने पर वो मेडिकल की पढ़ाई अच्छी तरह कर पाएंगे और ज्यादा अच्छे तरीके से किताबों को भी समझ पाएंगे।
एक बात और है कि जो छात्र अंग्रेजी कमजोर रहने की वजह से मेडिकल की तैयारी नहीं कर पाते थे वो भी अब नीट की तैयारी करेंगे। जिससे ज्यादा से ज्यादा छात्रों को डॉक्टर बनने का मौका मिल सकेगा। बच्चों को हिन्दी में पढ़ाने के लिए शिक्षकों का चयन बहुत जल्द किया जाएगा। जिसके बाद हिंदी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की जाएगी और इसे पूरी मान्यता भी दी जाएगी। हिंदी में एमबीबीएस की किताबें खरीदने के लिए ऑफिशियल टेंडर नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
हिंदी में MBBS की पढ़ाई अभी कुछ ही विभाग में शुरू की जाएगी। जिसमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी (FMT) बायोकेमिस्ट्री, रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, गायनेकोलॉजी, पैथोलॉजी, स्किन, ENT, माइक्रोबायोलॉजी, मेडिसिन, सर्जरी, ऑप्थाल्मोलॉजी, साइकियाट्री, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (PMR) एनेस्थीसिया शामिल हैं।