ब्रेकिंग न्यूज़

जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं

औरंगाबाद में कंधे पर दिखी सिस्टम की डेड बॉडी, एम्बुलेंस के आभाव में कंधे पर शव लेकर जाते दिखे परिजन

औरंगाबाद में कंधे पर दिखी सिस्टम की डेड बॉडी, एम्बुलेंस के आभाव में कंधे पर शव लेकर जाते दिखे परिजन

26-Jul-2019 09:58 PM

By 7

AURANGABAD : बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था बीमार है. लाख कोशिशों के बावजूद भी हेल्थ डिपार्टमेंट में कोई डेवलोपमेंट देखने को नहीं मिल रहा है. अपनी कारगुजारियों को लेकर हमेशा से सुर्ख़ियों में रहने वाले बिहार के सरकारी हॉस्पिटल एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. ताजा मामला सूबे के औरंगाबाद जिले का है. जहां अस्पताल में एम्बुलेंस के आभाव में मृतक के परिजन अपने कंधे और गोद में शव ले जाते दिखे हैं. पूरी घटना औरंगाबाद सदर अस्पताल की है. जहां एक बुजुर्ग महिला की इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों को शव वाहन तक उपलब्ध नहीं कराया गया. यहां तक की वार्ड से निजी वाहन तक ले जाने के लिए उनलोगों को स्ट्रेचर तक मुहैया नहीं कराया गया. कंधे पर शव को ढोते परिजन, ऐसी तस्वीरें सामने आने के बाद लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. अस्पताल प्रशासन की ऐसी लापरवाही सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से व्यवस्था को सुधारने की फिर वही खोखले वादे किये गए. अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि जल्द ही इस कमी को सुधारा जायेगा. व्यवस्था को दुरस्त किया जायेगा. जब उनसे मुद्दे की बात पूछी गई तो उन्होंने सिविल सर्जन से बात करने की सलाह देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया.