ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में विकास की हकीकत! घुटने भर पानी में पुलिस; लॉकअप से लेकर वायरलेस रूम तक जलजमाव BIHAR NEWS : बेगूसराय होमगार्ड झड़प: बड़ी बलिया कैंपस में दो गुट भिड़े, दर्जनभर घायल, एंबुलेंस पर भी हमला Bihar Politics: अनंत सिंह को लेकर आज होगा बड़ा फैसला, NDA के कार्यक्रम में मिलेंगे नए संकेत; इन्हें लग सकता है झटका Bihar News: पूर्णिया को मिली बड़ी सौगात, इस रुट से शुरु हुई नई वंदे भारत एक्सप्रेस, जानें... कहां-कहां होगा ठहराव? BIHAR NEWS : BIHAR NEWS : दारोगा मर्डर केस मामले में कोर्ट का बड़ा फैसला, 18 लोगों को मिली यह सजा; शराब तस्करों से हाथापाई में गई थी जान Bihar News: बिहार में इस रेल लाइन पर जल्द दौड़ेगी ट्रेनें, 20 सितंबर को निरीक्षण Bihar police transfer : पुलिस विभाग का बड़ा फेरबदल, कई थानों में नए थानाध्यक्षों की नियुक्ति Bihar Politics: राजद का नया चुनावी दांव, युवाओं पर फोकस, कट सकते हैं कई उम्रदराज नेताओं के टिकट ! Bihar Crime News: बिहार में युवती की गला रेतकर हत्या, माँ घायल.. Success Story: कम हाइट और ऊंचे हौसले! पहली कोशिश में UPSC पास कर बनीं IAS अधिकारी, जानिए... आरती डोगरा की प्रेरक कहानी

कुर्सी छोड़ने से पहले बिहार को बर्बाद कर जाएंगे नीतीश, बोले उपेंद्र कुशवाहा ... सरकार ने जारी किया समाज में तनाव पैदा करने वाला रिपोर्ट

कुर्सी छोड़ने से पहले बिहार को बर्बाद कर जाएंगे नीतीश, बोले उपेंद्र कुशवाहा ...  सरकार ने जारी किया समाज में तनाव पैदा करने वाला रिपोर्ट

08-Oct-2023 02:10 PM

By First Bihar

PATNA : जातीय गणना में बहुत सारा गांव में कोई कर्मचारी गया ही नहीं तो फिर कैसे आखिर यह गणना हो गई। दूसरी बात यह है कि इसमें जो आर्थिक गणना की की बात कही गयी है वो बिना किसी से मिले कैसे संभव है। जब कर्मी हमसे मिलेंगे ही नहीं तो उन्हें हमारी आर्थिक जानकारी कैसे हासिल हुई है। उसके बाबजूद अगर कहा जा रहा है कि उन्हें गणना कर लिया तो यह अपने आप में सवाल है। यह बातें राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कही है। 


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि -  राज्य में बहुत सारे गांव में कर्मचारी गए जहि नहीं तो कैसे गणना हुई। इसके साथ ही जो आर्थिक गणना की बात कही जा रही है उसको लेकर कहना है कि जबतक कर्मी सामने से मुलाकात करेंगे ही नहीं तो उससे आकड़े लेंगे ही नहीं तो कैसे हमारे बारे में लोगो को मालूम होगा। उनको कैसे   मालूम की हमको कितना पेंशन मिलता है। अगर मान भी लिया जाए की हमारे पड़ोसी से यह पूछ लिया गया हो तो भी पूरी जानकारी ले लेना संभव नहीं है। 


इसके आगे उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी को कहां से मालूम होगा की इसके आलावा कहीं दूसरे जगह हमारा घर है या नहीं। पटना में यदि है तो कितनी जमीन है। मुंबई ये यदि है तो कितनी संपत्ति है। हमारे खाते में कितना पैसा है यह हमारे बगल में रहने वाले लोगों को कैसे मालूम होगा। तो फिर आर्थिक सर्वें कैसे हो गया। मुझे तो जो लगता है कि आनन- फानन में चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह कोई बड़ी साजिश है। इससे  समाज में तनाव पैदा करके लोगों को अलग करने का फ़िराक है। 


 कुशवाहा ने कहा कि- नीतीश कुमार ने खुद ही कहा है कि अब उनके जाने का समय है लेकिन जाने का मतलब यह नहीं होता है कि समाज को बर्बाद करके जाना है हमको सरकार यह देख उपेंद्र कुशवाहा के बारे में जो आर्थिक रिपोर्ट जमा की है। उसमें हमारे अकाउंट में कितना पैसा है? किसने उनको बताया मुझे कितना पेंशन मिलता है?  यह जानकारी उनके पास कहां से आई मेरा घर पटना में कितनी जमीन में है?  यह जानकारी उन्हें कहां से मिली मुंबई और दिल्ली में भी मेरी संपत्ति है या नहीं है?  यह  बात सिर्फ मेरे बारे में नहीं बल्कि बिहार के सभी लोगों के बारे में है कि आखिर जब कोई कर्मी में गया ही नहीं तो फिर उनके पास जानकारी आई कहां से।