Bihar News: तेजस्वी नौंवी भी पास नहीं कर सके, उनपर भरोसा कैसे करें? लालू पर BJP का तंज Dsp Suspend: बीपीएससी पेपर लीक कांड के आरोपी DSP को दुबारा किया गया सस्पेंड, हाल ही में हुए थे निलंबन मुक्त Bihar Crime News: गया में 6 वर्षीय बच्ची संग हैवानियत, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार में बुनियादी ढांचे का विस्तार, बौंसी ROB के लिए वर्क ऑर्डर जारी Bihar Transport: फोटो भेजें...वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट लें ! बिहार में फिर शुरू हुआ पुराना खेल, सभी ऑटोमेटेड परीक्षण केंद्र पर उठने लगे सवाल, एक दिन में इतना सर्टिफिकेट ? Bihar News: सोन नदी में डूबने से दो किशोरों की मौत, दादी के दाह संस्कार के बाद हुआ दुखद हादसा बेतिया: निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टर पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: मोकामा में पुलिस टीम पर हमला, SI का सिर फटा; कई कर्मी घायल Success Story: कौन हैं पटना के नए IG जितेंद्र राणा? जानिए... ‘नो नॉनसेंस’ IPS की सफलता की कहानी IND vs ENG: लापरवाह फील्डरों पर बुमराह ने तोड़ी चुप्पी, 6 कैच छूटने पर युवाओं को दी खास सलाह
01-May-2024 10:59 AM
By Dhiraj Kumar Singh
JAMUI : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सिमुलतला आवासीय विद्यालय पर बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने सिमुलतला आवासीय विद्यालय के प्राचार्य को निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं, इसके साथ-साथ उन्होंने जमुई जिला शिक्षा पदाधिकारी पर बड़ी कार्रवाई की है। यह कल ही रिटायर होने वाले हैं और अब उससे पहले ठीक पहले FIR का लेटर भी उनके हाथों में थमा दिया गया है।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने जमुई स्थित सिमुलतला आवासीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजीव रंजन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। डॉ. रंजन के निलंबन के उपरांत विद्यालय के उपप्राचार्य को प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी दी गई है। यह आदेश माध्यमिक शिक्षा के निदेशक सह सिमुलतला आवासीय विद्यालय के कार्यकारिणी समिति के सदस्य सचिव कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने पत्र जारी करते हुए दी है।
बीते साल केके पाठक के जमुई दौरे के दौरान सिमुलतला आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया गया था।उन्होंने इस दौरान कई कमियों को लेकर नाराजगी जताई थी। इस दौरान गाइडलाइन के अनुरूप विद्यालय का संचालन नहीं किए जाने पर सिमुलतला आवासीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजीव रंजन को फटकार भी लगाई थी।
वहीं, जमुई के जिला शिक्षा पदाधिकारी पर भी मुकदमा दर्ज करवाया गया है। उन पर नियमों की अनदेखी करके भुगतान करने का आरोप है। इसके बाद इस मामले में पड़ताल करने के बाद शिक्षा विभाग की तरफ से आदेश निर्गत किया गया है। यह आदेश जारी होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। हर तरफ शिक्षा विभाग के इस आदेश की चर्चा हो रही है। कुल 12 शिक्षकों को गलत ढंग से पेमेंट करने के आरोप में पहले जमुई डीपीओ पर एफआईआर दर्ज कर जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी को कार्रवाई में सहयोग करने के लिए कहा गया था। लेकिन इनके द्वारा सहयोग नहीं किया गया। सूत्रों की माने तो इस घोटाले में इनकी भी अहम भूमिका थी। इसके बाद विभाग के द्वारा इनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
डीईओ के विरुद्ध कार्रवाई का पत्र जारी होने के 2 घंटे बाद ही शिक्षा भवन में लगी आग
जमुई जिला शिक्षा भवन में आग लगने की घटना के पीछे अब साजिश की चिनगारी लगने लगी है।अनियमितताओं के साक्ष्य छुपाने के लिए दस्तावेजों को नष्ट करने की बात कही जा रही है। सबूत मिटाने के पीछे पदाधिकारियों के साथ शिक्षा विभाग के कर्मियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। सोमवार की शाम जिला शिक्षा भवन में आग लगने की घटना से पहले की एक-एक कड़ी को जोड़कर देखें तो मामला साफ हो जाएगा। विगत 30 अप्रैल को डीईओ कपिलदेव तिवारी सेवानिवृत्त हुए हैं। इसके पहले 29 अप्रैल की दोपहर शिक्षा विभाग के निदेशक सह अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी ने पत्र जारी कर डीईओ कपिलदेव तिवारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने का पत्र जारी होने के ठीक दो घंटे बाद जिला शिक्षा भवन में आग लग जाती है। जिसमें गैर शिक्षकों के वेतन भुगतान के सबूत व सक्षमता परीक्षा के दस्तावेज रखे गए थे।