लुधियाना में सीतामढ़ी की बेटी की दर्दनाक मौत, शादी के दबाव में आकर केमिकल टैंक में कूदकर दी जान सीतामढ़ी में एटीएम बदलकर ठगी करने वाला गिरोह बेनकाब, तीन साइबर फ्रॉड गिरफ्तार चुनाव से पूर्व मोतिहारी में बड़ी कार्रवाई: मुखिया पति कमरुद्दीन मियां के घर से हथियार और लग्जरी गाड़ियां बरामद Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, तीन नए थानाध्यक्षों की हुई तैनाती; दो लाइन हाजिर Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar News: बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज पहुंचीं गयाजी, विष्णुपद मंदिर में मां सुषमा स्वराज का किया पिंडदान Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं Bihar Police Modernization: आधुनिक हथियारों से लैस होगी बिहार पुलिस, केंद्र सरकार ने जारी किए इतने करोड़; अपराधियों की अब खैर नहीं बिहार में बकरी के लिए चली गोली, युवक की मौत, सौतेले भाई ने दिया घटना को अंजाम हम नहीं सुधरेंगे, राहुल-तेजस्वी ने खाई कसम, एक बार फिर प्रधानमंत्री और उनके माता जी का किया अपमान: नित्यानंद
24-Mar-2021 08:36 PM
By SABNAM KHAN
KISHANGANJ- झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही के कारण अब तक कई लोगों की जाने चली गयी। ताजा मामला पोठिया थाना क्षेत्र के चोपड़ामाड़ी मदनगंज गांव का है। जहां दर्द और बुखार की शिकायत के बाद जब मरीज को इंजेक्शन दिया गया तब उसके कुछ ही देर बाद 30 वर्षीय गोपाल सोरेन की मौत हो गयी। मरीज का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। इसे लेकर पीड़ित परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
जिस डॉक्टर पर परिजन लापरवाही का आरोप लगा हैं उसी डॉक्टर ने 12 साल पहले मृतक के पिता का भी इलाज किया था उनकी भी मौत लापरवाही बरतने के कारण हो गयी। लोगों का आरोप है कि इस झोलाछाप डॉक्टर के कारण अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है।
मृतक की पत्नी सावित्री बासकी ने बताया कि मंगलवार को पति को बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत पर उसने एक डॉक्टर को फोन कर घर पर बुलाया था। डॉक्टर का नाम एहसानुल हक चौधरी है जो जनताहाट मिर्जापुर के रहने वाले हैं। घर पर पहुंचे डॉक्टर ने मरीज को दो इंजेक्शन दिया जिसके बाद उसकी स्थिति और बिगड़ गई। जिसके बाद परिजन सिलीगुड़े ले जाने लगे लेकिन तभी मरीज ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
इस घटना से आदिवासी समाज में मातम का माहौल है। मृतक के दोनों बच्चे और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना से आक्रोशित परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण गोपाल की मौत हुई है। गौरतलब है कि इससे पूर्व 2008 में इसी डॉक्टर के द्वारा गलत इंजेक्शन दिए जाने से मृतक गोपाल के पिता खारु सोरेन की भी मौत हो गयी थी। पीड़ित परिजन पुलिस ने न्याय की गुहार लगा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर एहसान रहमान द्वारा मरीज की इलाज में लापरवाही बरतने से अबतक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।
झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से अबतक 7 लोगों की हुई मौत
1. गोपाल सोरेन, पिता-खारु सोरेन, ग्राम-चोपड़ामाड़ी, वर्ष-2021
2.फूलमणि किस्कू, पति-बुद्धिलाल सोरेन, ग्राम- चोपड़ामाड़ी, वर्ष-2017
3.सुनील मरांडी, पिता-बानसा मरांडी, ग्राम-चोपड़ामाड़ी, वर्ष-2016
4. लक्खी महतो, पति-बिरेंन महतो, ग्राम-भूसापाड़ा, वर्ष- 2015
5.खारु सोरेन, पिता-स्व. गोपाल सोरेन, ग्राम-चोपड़ामारी, वर्ष-2008
6.राति सोरी, पति- बेलक सिंह, ग्राम- बड़ा पाकामोलना, वर्ष-2009
7.संगीता देवी, पति- अरुण पहान, ग्राम- लोधाबाड़ी, वर्ष-2007