जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
08-Jan-2020 02:52 PM
By
RANCHI: झारखंड विधानसभा सत्र के आखिरी दिन मॉब लिंचिंग की घटना का मामला सदन में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने उठाया और कहा कि तबरेज अंसारी की हत्या का जिम्मेवार बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता हैं. जिसके बाद बीजेपी विधायकों ने इसका विरोध किया और जमकर हंगामा हुआ और माफी मांगने को लेकर हंगामा चलता रहा.
बीजेपी ने इरफान को बर्खास्त करने की मांग
पहले तो बीजेपी के सदस्यों ने सीट पर से ही हंगामा कर रहे थे, लेकिन वह बाद में वेल में आ गया और विधानसभा अध्यक्ष से इरफान को बर्खास्त करने की मांग करने लगे. रांची से विधायक सीपी सिंह ने इरफान से पूछा कि आरोप लगाने के आपके पास कोई प्रमाण हैं तो दिखाए. सीपी सिंह ने भी इरफान के मांगी मांगने को कहा, लेकिन वह माफी मांगने को लेकर तैयार नहीं हुए. अध्यक्ष ने इरफान से कहा कि आप अपने बयान पर खेद जताए, लेकिन इरफान ने फिर कहा कि इनलोगों ने ही तबरेज को मारा है. माफी नहीं मांगेंगे. इरफान ने कहा कि हत्या की गई और उसे भाजपा की सरकार ने चोर बताया था. अंसारी को मारने वाला भाजपा कार्यकर्ता था और उसका नाम अमित मंडल है.
सिंतबर 2019 में हुई थी तबरेज की हत्या
बता दें कि सितंबर 2019 में सरायकेला में भीड़ ने मवेशी चोरी के आरोप में तबरेज की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इसका वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसमें भीड़ तबरेज से जय श्री राम के नारे बोलने का दबाव दे रही थी. इस घटना में पुलिस की भी लापरवाही सामने आई थी. पुलिस ने घायल तबरेज को इलाज कराने के बदले थाना में रखा था. जब उसकी स्थिति खराब हो गई तो पुलिस ने उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, लेकिन इलाज के दौरान तबरेज की मौत हो गई थी. इससे पहले भी मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं झारखंड में पिछले साल हुई थी, लेकिन इस घटना की चर्चा पूरे देश में हुई थी.