ब्रेकिंग न्यूज़

Sanjeev Mukhiya: संजीव मुखिया की रिमांड अवधि बढ़ी, EOU के सामने अभी कई राज खोलेगा NEET पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड Sanjeev Mukhiya: संजीव मुखिया की रिमांड अवधि बढ़ी, EOU के सामने अभी कई राज खोलेगा NEET पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड पाकिस्तानियों को चुन-चुन कर बाहर निकालने वाला पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश, सीएम योगी कर रहे लगातार मॉनीटरिंग Bihar News: संजय जायसवाल को पटना हाई कोर्ट से बड़ी राहत, लोअर कोर्ट की कार्यवाही पर रोक; जानिए.. पूरा मामला Bihar News: संजय जायसवाल को पटना हाई कोर्ट से बड़ी राहत, लोअर कोर्ट की कार्यवाही पर रोक; जानिए.. पूरा मामला Road Accident: सड़क दुर्घटना में छात्रा की मौत के बाद हंगामा, थाने के ड्राइवर का भी फूटा सिर, कई गिरफ्तार Pahalgam Terror Attack: FIR के बाद नेहा सिंह राठौर ने फिर उगला जहर, प्रधानमंत्री मोदी को दे दी सीधी चुनौती Bihar Crime News: यूपी की लड़की के साथ बिहार में गैंगरेप, स्टेशन के पास तीन मनचलों ने जबरन किया गंदा काम Bihar News: इस मामले में पूरे देश में अव्वल बना बिहार, राजधानी दिल्ली को भी पीछे छोड़ आगे निकला Bihar News: इस मामले में पूरे देश में अव्वल बना बिहार, राजधानी दिल्ली को भी पीछे छोड़ आगे निकला

ISRO ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, स्पेडेक्स मिशन की लॉन्चिंग करने वाला चौथा देश बना भारत

ISRO ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, स्पेडेक्स मिशन की लॉन्चिंग करने वाला चौथा देश बना भारत

30-Dec-2024 10:29 PM

By First Bihar

DESK: ISRO ने अंतरिक्ष में इतिहास रच दिया है। स्पेडेक्स मिशन की लॉन्चिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। अब 7 जनवरी को बुलेट की स्पीड से तेज दो-स्पेसक्राफ्ट ISRO अंतरिक्ष में जोड़ेगा। ISRO ने आज सोमवार 30 दिसंबर को श्रीहरिकोटा से रात 10 बजे SpaDeX (स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट) मिशन को लॉन्च किया।


PSLV-C60 रॉकेट से दो स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी से 470 KM ऊपर डिप्लॉय किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि ISRO के Spadex मिशन की सफलता ही भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) के बनने और चंद्रयान-4 मिशन की सफलता को तय करेगा। इसी वजह से   स्पेडेक्स मिशन की लॉन्चिंग को बेहद अहम माना जा रहा है।


 2 छोटे स्पेसक्राफ्ट टारगेट और चेजर इस मिशन में शामिल है। इसके अलावे एक और टेस्ट हो सकता है। सैटेलाइट से रोबोटिक आर्म निकले हैं, जो हुक के जरिए टारगेट को अपनी ओर खीचेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो ISRO को ऑर्बिट छोड़कर अलग दिशा में जा रहे सैटेलाइट को वापस कक्षा में लाने की तकनीक मिल जाएगी और सर्विसिंग का ऑप्शन भी खुल जाएगा।