ब्रेकिंग न्यूज़

मौसी की बेटी से एकतरफा प्यार करने वाले सनकी ने बीच सड़क पर मचाया तांडव, विरोध करने पर चलाई बहन के ऊपर गोली हाजीपुर में बोले विजय सिन्हा..जिस दिन तेजस्वी अपने पिता लालू की राह को छोड़ देगा, उसी दिन देश से आतंकवाद का सफाया हो जाएगा Bihar Crime News: अंशु हत्याकांड का खुलासा, दोस्त ही निकला कातिल CISCE ISC ICSE Board Result 2025: ​ 10वीं-12वीं का रिजल्ट कल होगा जारी, इस तरह से करें चेक Mob Lynching: “पाकिस्तान जिंदाबाद” बोलने पर युवक की हत्या, 15 गिरफ्तार घरेलू विवाद ने लिया खौफनाक मोड़: पति ने पत्नी का सिर मुंडवाया, गाली-गलौज और धमकी के बाद FIR दर्ज Bihar News: बिहार के इस जिले में खुदाई के दौरान मिली अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति, दर्शन के लिए जमा हुई लोगों की भीड़ चारधाम यात्रा 2025: पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के कड़े प्रबंध, 6000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल की तैनाती राज्य में ‘स्वच्छ बिहार’ पोर्टल लॉन्च, स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम Czech Princess's Lost Ring: राजकुमारी की 22 लाख की अंगूठी खोई तो 2 दिन में ढूंढ कर निकाला, ठुकराए इनाम के 5 लाख रुपए

IPS अमित लोढ़ा को बड़ा झटका, हाई कोर्ट ने FIR रद्द करने से किया इनकार

IPS अमित लोढ़ा को बड़ा झटका, हाई कोर्ट ने FIR रद्द करने से किया इनकार

20-Apr-2023 06:18 PM

By First Bihar

PATNA: नेटफ्लिक्स की वेबसीरिज ‘खाकी’ से सुर्खियों में आए आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आईपीएस अमित लोढ़ा पर वेबसीरिज के जरिए ब्लैकमनी को व्हाइट मनी करने का आरोप है। गुरुवार को मामले पर सुनवाई करते हुए पटना हाई कोर्ट ने अमित लोढ़ा के खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने से इनकार कर दिया।


दरअसल, आईपीएस अमित लोढ़ा वेब सीरीज खाकी के बाद सुर्खियों में आए थे। मगध क्षेत्र के पूर्व आईजी अमित लोढ़ा पर विशेष निगरानी इकाई ने केस दर्ज किया था। अमित लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण निरोध अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। आरोप है कि अमित लोढ़ा ने वेब सीरीज और फिल्म कंपनियों के माध्यम से अपनी काली कमाई को सफेद करने का काम किया है।


फिल्म प्रोडक्शन के नाम पर लोढ़ा ने लाखों रुपये अपनी पत्नी समेत अन्य लोगों के बैंक खातों में ट्रांसफर कराए, ताकि यह दिखाया जा सके कि इन्हें और इनकी पत्नी को वेब सीरीज बनाने की एवज में पैसे मिले हैं। नवंबर 2018 से फरवरी 2022 के बीच कई समझौते किए गए। इसके तुरंत बाद 50 लाख रुपये से अधिक की राशि इन कंपनियों के खाते से ट्रांसफर किए गए।