बेतिया में गंडक नदी की तेज धार में बहा चचरी पुल, कई गांवों का संपर्क टूटा हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला, कहा..आरक्षण विरोधी रहा है दोनों पार्टियों का चरित्र Bihar Ias Officers: बिहार के 12 IAS अफसरों को मिली एक और नई जिम्मेदारी, पूरी लिस्ट देखें.... Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्धा शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली
03-Oct-2023 01:52 PM
By First Bihar
NALANDA: नालंदा शराब माफिया का मनोबल काफी बढ़ गया है। एक व्यक्ति को पुलिस का मुखबिर बता उस पर हमला बोल दिया। तलवार और पिस्टल की बट से उसकी इस कदर पिटाई कर दी कि वो लहूलुहान हो गया। घटना नूरसराय थाना क्षेत्र के गोसाई बिगहा की है। जहां इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
घायल युवक के भाई ने बताया कि नालंदा के नूरसराय थाना क्षेत्र के गोसाईबिगहा गांव में पुलिस ने छापेमारी कर शराब के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। शराब माफिया को लगा कि पुलिस को राकेश कुमार ने इस बात की सूचना दी है। इसी बात को लेकर शराब माफियाओं से युवक की बहस हो गई। बहस के दौरान आधा दर्जन की संख्या में आए शराब के अवैध धंधेबाजों ने युवक राकेश कुमार को तलवार और लाठी से जमकर पीटा और इससे भी मन नहीं भरा तो पिस्टल की बट से चेहरे और जांघ पर ऐसा वार किया कि राकेश जमीन पर गिर गड़ा। जिसके बाद शराब के धंधेबाज मौके से फरार हो गया।
युवक की हालत को देखते हुए ग्रामीण उसे बिहार शरीफ सदर अस्पताल ले गये। जहां युवक का इलाज चल रहा है। अस्पताल में उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस फिलहाल आगे की कार्रवाई में जुटी है। बताया जाता है कि शराबबंदी के बावजूद अमूमन हर गांव में अवैध देसी शराब बनाया और बेचा जा रहा है इस बात की जानकारी इलाके के पुलिस को भी रहती है इसके बावजूद जानलेवा यह कारोबार फल फूल रहा है। जब कोई इसकी शिकायत करने थाने जाता है कि इस बात की खबर शराब के धंधेबाजों को मिल जाती है कि किसने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है।
इस मामले में भी ऐसा ही हुआ जब युवक ने शिकायत की तब धंधेबाज को किसी तरह पता चल गया और फिर धंधेबाजों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस तरह की घटनाएं आए दिन कई इलाकों में देखने को मिल रही है। ग्रामीण दबे जुबान कहते हैं कि शराब के धंधेबाजों का मनोबल बढ़ने के पीछे कारण यह है कि ये लोग पुलिस और थाने को पैसे पहुंचाते हैं। यही कारण है कि छापेमारी के पहले धंधेबाजों को रेड की सूचना मिल जाती है और यदि कोई थाने में धंधेबाजों की शिकायत करता है तब उसकी भी खबर धंधेबाजों तक पहुंच जाती है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जब तक पुलिस अपनी कार्यशैली नहीं बदलेगी तब तक बिहार में शराब बिकता रहेगा और जहरीली शराब पीकर लोग मरते रहेंगे।