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25-Feb-2022 03:26 PM
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PATNA : बिहार NDA में पिछले कुछ अरसे से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीजेपी नेताओं की तरफ से सरकार के ऊपर दिए गए बयान को लेकर जेडीयू नेतृत्व खासा परेशान चल रहा है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू नेतृत्व अब बीजेपी को ज्यादा बर्दाश्त करने के मूड में नजर नहीं आ रहे। पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार प्रकरण की बात हो या फिर बीजेपी विधायक के हरी भूषण ठाकुर बचौल की तरफ से दिए गए बयान का मामला जेडीयू नेतृत्व ने बीजेपी को क्लियर मैसेज दे दिया है।
सूत्रों की माने तो जेडीयू नेतृत्व ने इस मामले में बीजेपी के प्रदेश के नेताओं को क्लियर मैसेज देते हुए कह दिया है कि अगर उसने अपने नेताओं को कंट्रोल में नहीं रखा तो सरकार चलाना मुश्किल होगा। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने सरकार में भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व संभालने वाले डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद समेत बिहार बीजेपी के अन्य प्रमुख नेताओं को फोन पर खरी खरी सुना दी है।
ललन सिंह ने साफ कर दिया है कि मौजूदा वक्त में एनडीए के अंदर जिस तरह काम हो रहा है उससे साथ चलना बेहद मुश्किल होगा। ललन सिंह ने यहां तक कह दिया है कि जेडीयू को कम सीट आने के बाद इसीलिए मुख्यमंत्री की कुर्सी नीतीश कुमार नहीं संभाल रहे थे लेकिन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के आग्रह पर उन्होंने मुख्यमंत्री बनना स्वीकार किया लेकिन अब जिस तरह घटनाक्रम हो रहा है उसे देखते हुए लगता है कि आगे ज्यादा दिनों तक रिश्ते बेहतर नहीं चल पाएंगे। सियासी गलियारे में यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में बीजेपी के बड़े नेताओं को भी मैसेज भेजवा दिया है कि अगर सरकार साथ-साथ चलानी है तो फिर गठबंधन धर्म का पालन करना होगा। ऐसे बयानों से बचना होगा जिससे सरकार और गठबंधन की फजीहत होती है।
आपको बता दें कि स्पीकर विजय कुमार सिन्हा से दुर्व्यवहार के मामले में जिस तरह विशेषाधिकार हनन का मामला लाया गया उससे भी जेडीयू खासा नाराज है। मामला लखीसराय जिले का है। ललन सिंह इसी इलाके से सांसद हैं। लिहाजा यहां भी ललन सिंह और विजय सिन्हा के बीच आपसी टकराव के तौर पर चीजों को देखा जा रहा है।
उधर हरि भूषण ठाकुर बचौल ने जिस तरह मुसलमानों से मतदान का अधिकार छीन लेने की बात कही उससे भी सियासी भूचाल आया है। जेडीयू की नाराजगी और नीतीश की तरफ से क्लियर मैसेज का ही नतीजा है कि आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल को सामने आना पड़ा। अब से थोड़ी देर पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान जारी करते हुए अपनी ही पार्टी के बड़बोले नेताओं को भड़काया है।
बीजेपी को यह डर सता रहा है कि कहीं नीतीश कुमार उससे किनारा ना कर ले। अगर नीतीश अपने किसी फैसले से बीजेपी को चौंकाते हैं तो बिहार में पार्टी की सरकार भी जा सकती है। एक तरफ बीजेपी नेताओं का पूरा ध्यान यूपी समेत पांच विधानसभा चुनाव पर है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में मौजूदा संकट को बीजेपी और ज्यादा बढ़ने देने के मूड में नहीं है।