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01-Sep-2022 07:17 PM
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PATNA: बिहार में आए दिन घूसखोरों को पकड़ा जा रहा है इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। घूसखोर सरकारी कर्मियों और अधिकारियों की गिरफ्तारी इन दिनों लगातार हो रही है। आज फिर एक घूसखोर विजिलेंस के हत्थे चढ़ गया। इस बार दनियावां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रधान लिपिक 18 हजार रूपये घूस लेते गिरफ्तार हुआ है। पटना से गयी निगरानी की टीम ने अजय प्रसाद को घूस लेते रंगे हाथों दबोचा है। अजय प्रसाद को स्थापना शाखा से पकड़ा गया है।
दनियावां पीएचसी के घूसखोर प्रधान लिपिक अजय प्रसाद द्वारा जेनरेटर के मासिक बिल के भुगतान के एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दनियावां के ही रविन्द्र कुमार ने निगरानी विभाग से की थी। 11 अगस्त 2022 को यह शिकायत दर्ज करायी गयी कि आरोपी अजय प्रसाद जो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का प्रधान लिपिक है वह लगातार घूस की मांग कर रहा है।
शिकायतकर्ता ने बताया था कि श्री फाउंडेशन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दनियावां में वह जेनरेटर की सुविधा देता है। जेनरेटर के मासिक बिल का भुगतान करने की बारी आई तब अजय प्रसाद रिश्वत की मांग करने लगा। निगरानी विभाग ने मामले का सत्यापन किया और आरोप सही पाया गया।
पुलिस उपाधीक्षक अरुण पासवान के नेतृत्व में एक धावा दल का गठन किया गया। जिसके बाद कार्रवाई की गयी और प्रधान लिपिक अजय प्रसाद को 18 हजार रुपये घूस लेते प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्थापना शाखा से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अजय प्रसाद को गिरफ्तार कर निगरानी की टीम अपने साथ पटना लेकर गयी है। घूसखोर कर्मी को पटना न्यायालय में पेश किया जाएगा।