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15-May-2020 11:58 AM
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DESK : कोरोना वॉरियर्स अपनी जान की परवाह किये बिना देश को इस संकट से उबारने की कोशिश में दिन-रात लगे हैं. उनके इस प्रयास को कहीं पर तो बहुत सम्मान मिल रहा पर कहीं-कहीं उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. आम जनता उनके साथ बदसलूकी करती है. संक्रमण जांच के काम में सहयोग करने की जगह उन्हें विरोध का सामना करना पड़ता है. लोगों के संवेदनहीनता की कोई सीमा नहीं रह गई है. डॉक्टर-नर्सों के साथ ही कोरोना संक्रमण से ठीक हो कर लौटे लोगों के साथ भी बुरा बरताव किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला देश की राजधानी दिल्ली में सामने आया है.
दिल्ली के पॉश इलाकों में शुमार वसंतकुंज में रहने वाली एक लेडी डॉक्टर से बदसलूकी करने के मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आईपीसी की धारा 342 और 509 के तहत एफआईआर दर्ज की है. लेडी डॉक्टर से बदतमीजी और गाली गलौज करने के आरोप में एक शख्स पर एफआईआर दर्ज की गई है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, अरुणा आसफ अली अस्पताल में सीनियर रेजिडेंट के पद पर तैनात डॉक्टर ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हो गई थी, जिसके बाद उनको वाईएमसीए आइसोलेशन सेंटर में क्वारनटीन किया गया था. जब इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक होकर लेडी डॉक्टर अपने घर लौटीं, तो पड़ोस में रहने वाले लोगों को कोरोना वायरस का डर सताने लगा. इसको लेकर एफआईआर में दर्ज आरोपी मनीष ने लेडी डॉक्टर को सोसाइटी में नहीं रहने के लिए कहा.
डॉक्टर ने बताया कि जब वो अस्पताल से लौटीं, तो सोसाइटी में रहने वाला मनीष गेट पर आकर तेज-तेज चीखने लगा और कहने लगा कि अब वो यहां नहीं रह सकती हैं. इस बीच लेडी डॉक्टर ने आरोपी मनीष को समझाने की कोशिश करते हुए बताया कि उनकी दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आई है और अब वो बिलकुल ठीक हैं. लेकिन, मनीष मानने को तैयार नहीं था. किसी तरह वो अपने घर के अन्दर गई तो मनीष ने घर का गेट बाहर से बंद कर दिया, ताकि वो घर से बाहर ना आ सकें.
संवेदनहीन हैं लोग
डॉक्टर ने बताया कि जब कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनको क्वारनटीन सेंटर ले जाने के लिए एंबुलेंस आई थी, तब सोसोइटी के लोगों ने उनका वीडियो भी बनाया था. वो इस सोसाइटी में अकेले रहती हैं. इस घटना के बारे में जब उन्होंने अस्पताल की हेड को जानकारी दीं, तब अस्पताल की हेड ने पुलिस से फोन कर मदद की गुहार लगाई. इस घटना की सूचना मिलने पर वसंतकुंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और डॉक्टर को घर से निकाला था. डॉक्टर के मुताबिक उनके साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया, उससे वो डर गई थीं. उनका परिवार देश से बाहर रहता है.