ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar politics: देश की छवि खराब कर रही कांग्रेस –फायरब्रांड मंत्री गिरिराज सिंह का तीखा वार Bihar expressway: यहाँ जाने वालों के लिए बन रहा है फोरलेन एलिवेटेड रोड, अब सफर होगा आसान ! Road Accident: सड़क हादसे में बारात से लौट रहे 3 लोगों की मौत, कई घायल Bihar Crime News: अवैध नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर फरार Arif Mohammad Khan : सोये प्रशासन और कुलपति को जगाएंगे राज्यपाल साहब ...बोले यूनिवर्सिटी ज्ञान का मंदिर है, बमबाजी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी! Bihar politics: बिहार में सियासी घमासान तेज़! मई के अंत में एक साथ आएंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी Illegal Bangladeshi Immigrants: 18 लाख राशन कार्ड रद्द, सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को भेजा गया वापस Asaduddin Owaisi: पाकिस्तान का समर्थन कर फुदक रहे तुर्की पर भड़के ओवैसी, याद दिलाई औकात.. Nepal Bangladesh Border: नेपाल-बांग्लादेश सीमा से सटे थाने बनेंगे हाईटेक, तस्करी और घुसपैठ पर लगेगी पूरी तरह रोक Jharkhand News: एनआईटी के होनहार छात्र ने मौत को लगाया गले, जानिए आखिर क्या था कारण?

कोरोना अब भी है जानलेवा, पटना में जनवरी से अबतक 50 लोगों की हुई मौत

कोरोना अब भी है जानलेवा, पटना में जनवरी से अबतक 50 लोगों की हुई मौत

20-Jul-2022 07:42 AM

By

PATNA : देश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर का खतरनाक दौर भले ही वापस नहीं आया हो लेकिन यह महामारी अभी भी जानलेवा साबित हो रही है। राजधानी पटना समेत बिहार के ज्यादातर जिलों में इस वक्त कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है और इस बीच जो नई जानकारी सामने आई है, वह बेहद चौंकाने वाली है। राजधानी पटना में जनवरी से अब तक 50 ऐसे लोगों की मौत हुई है जो कोरोना संक्रमित थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर 17 जुलाई तक राज्य में कुल 174 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो चुकी है, इनमें से 50 लोगों की मौत केवल पटना में हुई है। कोरोना की पहली लहर के दौरान साल 2020 में मई से दिसंबर तक के बीच कुल 532 लोगों की मौत हुई थी जबकि दूसरी लहर में जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 के बीच 1263 लोगों की मौत कोरोना की वजह से सरकारी आंकड़ों में बताई गई। 


आंकड़े बताते हैं कि कोरोना की पहली लहर बिहार में 116 दिन तक चली थी पहली बार में महामारी का पीक 29 दिनों के बाद आया था और उसे सामान्य होने में 90 दिन लगे थे। पीक पीरियड 25 जुलाई 2020 से लेकर 23 अगस्त 2020 तक था। वहीं दूसरी लहर 96 दिनों तक चली थी बिहार में 45 दिनों बाद दूसरी लहर का पीके आ गया था। 22 मार्च 2021 के बाद संक्रमित ओं की संख्या बढ़ने लगी थी जो 9 अप्रैल को 2000 के पार चली गई थी। पीक पीरियड दूसरी लहर में 6 मई 2021 को माना जाता है। इस दिन बिहार में सबसे ज्यादा 15000 केस मिले थे। हालात सामान्य होने में 50 से ज्यादा दिनों का वक्त लग गया था। 


सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस साल जनवरी महीने से लेकर 17 जुलाई तक बिहार में 174 लोगों की मौत हुई है। पटना में मौत का आंकड़ा 50 है जबकि औरंगाबाद में 4, बेगूसराय में 3, भागलपुर में 9, भोजपुर में 2, बक्सर में 2, दरभंगा में 10 और गोपालगंज में 6 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर में 9, नालंदा में 6, नवादा में 3, पश्चिम चंपारण में 2, पूर्वी चंपारण में 9, रोहतास में 3, सहरसा में 5, सारण में 6, सीतामढ़ी में 3, वैशाली में 7, सिवान में 2 संक्रमितों की मौत हुई है।