ब्रेकिंग न्यूज़

MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल

सीएम नीतीश के 'दोस्त' अरुण सिंह का हार्ट अटैक से निधन, जदयू में संभाल चुके थे बड़ा पद

सीएम नीतीश के 'दोस्त' अरुण सिंह का हार्ट अटैक से निधन, जदयू में संभाल चुके थे बड़ा पद

25-Feb-2023 08:01 AM

By First Bihar

PATNA : स्थानीय सिविल कोर्ट के लोक अभियोजक अरुण कुमार सिंह का निधन हो गया। शुक्रवार दोपहर में उन्हें हार्ट अटैक आया और उनका निधन हो गया। उन्होंने जिला मुख्यालय, डुमरा स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। वे करीब एक सप्ताह से सांस लेने की परेशानी से जूझ रहे थे। उनके निधन के खबर जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी। इसके बाद अरुण बाबू के आवास पर उनके शुभचिंतकों का पहुंचना शुरू हो गया। देखते ही देखते उनके अंतिम दर्शन के लिए भीड़ जुट गई। अरुण कुमार सिंह के पीछे परिवार में पत्नी और एक बेटा है। 


मालुम हो कि, अरुण कुमार सिंह  वर्षों से फौजदारी मुकदमा में बतौर अधिवक्ता अपनी एक अलग पहचान रखते थे। उन्हें सीएम नीतीश कुमार का खास करीबी बताया जाता था। ऐसा कहा जाता है कि, सीएम नीतीश कुमार जब भी सीतामढ़ी के भ्रमण पर आते थे, वो कोशिश करते थे कि अरुण बाबू के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात कर लें। नीतीश कुमार का अरुण सिंह से दिल से लगाव था। ऐसे में अब उनके निधन की खबर सुनकर सीएम भी मर्माहत हैं। इसके साथ ही उनके निधन पर राजनीतिक गलियारों में भी शोक की लहर दौड़ रही है। इसके बाद अरुण कुंजर सिंह की निधन की खबर सुनकर लोजपा (रामविलास) के नेता आशुतोष पांडेय भी उन्हें श्रदांजलि अर्पित करते हुए उनेक साथ के यादों को दोहराया। 


आशुतोष पांडेय ने कहा कि, अरुण कुमार सिंह से मेरा बेहद ही सुखद रिश्ता रहा है। वह एक शानदार स्मृति के धनी थे। उनको हमलोग प्यार से "अरुण बाबू" कहते थे और अब वो हमारे बीच नही रहे। ऐसा लग रहा कि एक बड़ा वृक्ष गिर गया है। विगत पांच वर्षों से उनके करीब रहने का मौका मिला जब भी उनके पास होते थे हमेशा कुछ सीखने को ही मिलता था। उनसे मिलना उनसे बात करना समाज के किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत सरल था। अरुण बाबू खुद में एक संस्था थे उनके जाने से सीतामढ़ी ही नही बल्कि पूरा बिहार एक विद्वान शख्स को आज खो दिया है। उनके जाने से समाज मे एक खालीपन हो गया है जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। इंसान शरीर छोड़ कर चले जाते है लेकिन उनके विचार नही।अरुण बाबू हम सभी के लिए हमेशा जीवित रहेंगे।


आपको बताते चलें कि, समाहरणालय गोलीकांड को लेकर लोक अभियोजक अरुण सिंह काफी चर्चित हुए थे। जब उन्होंने सीएम नीतीश कुमार की बात मानने से इनकार कर दिया था। गोलीकांड के मुकदमे को वापस लेने से अरुण सिंह ने मना कर दिया था। वे इस गोलीकांड में मारे गये पूर्व विधायक रामचरित्र राय समेत पांच मृतकों को न्याय दिलाने तक शांत नही बैठे थे। यह गोलीकांड 11 अगस्त 1998 को हुआ था। इसमें दो पूर्व सांसद और एक विधायक समेत 15 आरोपितों को 10-10 साल की सजा मिली थी।