ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar coaching guideline: अब कोचिंग में नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी टीचर! क्या है बिहार सरकार की नई गाइडलाइन? Tej Pratap Yadav: "अंधेरा जितना गहरा होगा, सुबह उतनी ही नजदीक होगी", लालू यादव की तस्वीर संग तेज प्रताप ने फिर साझा किया भावुक पोस्ट Bihar Heatwave: 32 जिलों में हीट वेव को लेकर चेतावनी, पारा 42° पार; इस दिन मानसून देगा दस्तक बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब

Chhath Puja 2024 : छठ महापर्व का समापन, उगते सूर्य अर्घ्य के साथ पूरा हुआ व्रत

Chhath Puja 2024 : छठ महापर्व का समापन, उगते सूर्य अर्घ्य के साथ पूरा हुआ व्रत

08-Nov-2024 04:54 AM

By First Bihar

PATNA : छठ महापर्व का चौथा दिन 8 नवंबर शुक्रवार को है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। छठ के आखिरी दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया गया है। इसी के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया। 


कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। इस दिन सभी छठ व्रती व्रत का पारण किए।

पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 7 नवंबर की मध्यरात्रि 11बजकर 57 मिनट पर हुआ। ऐसे में 8 नवंबर को सुबह के समय अगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। 8 नवंबर को सूर्योदय का समय सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर था।


मान्यताओं के अनुसार, सूर्योदय होते समय अर्घ्य देने से सुख समृद्धि का वरदान मिलता है। साथ ही संतान प्राप्ति की मनोकामना और संतान की रक्षा का वरदान भी व्यक्ति के मिलता है। साथ ही सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। 


छठ महापर्व के आखिरी दिन सूर्योदय के दौरान अर्घ्य देते समय आपको ओम एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते, अनुकंपय माम् भक्तया गृहाणाघ्र्यम् दिवाकर।। इस मंत्र का जप करना है।