शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..
02-Sep-2020 12:54 PM
By
KANPUR: कानपुर के चौबेपुर थाना विकास दुबे का साथ देने को लेकर देश में फेमस हो गया. अब गैंगस्टर के एनकाउंटर के बाद अब इस थाने का शुद्धिकरण कराया गया है. विकास दुबे के संपर्क और साथ देने वाले कई पुलिसकर्मी नप चुके हैं. कई सस्पेंड हो चुके हैं. अब सिर्फ थाने में नए पुलिसकर्मी ही हैं. ड्यूटी ठीक से हो इसलिए सभी पुलिसकर्मी शुद्धिकरण में जुटे रहे.
घंटों हुआ पूजा
चौबेपुर थाना में घंटों पूजा हुआ. इस दौरान सभी पुलिसकर्मी पूजा में शामिल रहे. कई बीच कई फरियादी थाना में बैठे रहे है. सब इंतजार कर रहे थे कि कब पूजा खत्म हो वह अपनी गुहार पुलिस से लगाए. पूजा पाठ से जब पुलिसकर्मियों की फुर्सत मिली तो फरियादियों की बात सुनी.
बिकरु कांड से थाना हो गया फेमस
3 जुलाई की रात पुलिस की एक टीम गैंगस्टर विकास दुबे के घर छापेमारी करने गई थी. जिसके बाद विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ पुलिस पर हमला कर दिया. इसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इसके बाद पता चला है कि बिकरू छापेमारी के बारे में जानकारी चौबेपुर थाने के पुलिसकर्मी ने ही दी थी. इसके अलावे चौबेपुर का थानेदार विकास दुबे के ही इशारे पर काम करता था. 8 सिपाहियों की हत्या के बाद विकास दुबे फरार हो गया. उज्जैन से पकड़े जाने के एसटीएफ की टीम लेकर आ रही थी. गाड़ी पलटी तो वह भागने लगा. इस दौरान ही पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया. चौबेपुर थाने के सभी पुलिसकर्मियों पर भी मिली भगत के आरोप में गाज गिर गई.