Bihar News: चुनावी तैयारी में जुटे JDU नेता दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी में जन संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन Bihar News: चुनावी तैयारी में जुटे JDU नेता दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी में जन संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त, SPG ने संभाली कमान; जमीन से आसमान तक पहरा PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त, SPG ने संभाली कमान; जमीन से आसमान तक पहरा बेगूसराय में सम्राट चौधरी का तीखा हमला, जनसुराज को बताया ‘कुकुरमुत्ता पार्टी’ Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, कई थानों के थानेदार बदले Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़
17-May-2022 06:26 PM
By AKASH KUMAR
AURANGABAD: इस वक्त की बड़ी खबर औरंगाबाद से आ रही है, जहां निगरानी विभाग की टीम ने एक कार्यपालक अभियंता और कैशियर को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। दोनों एक ठेकेदार से रिश्वत ले रहे थे इसी दौरान निगरानी की टीम ने दोनों को रंगेहाथ दबोच लिया। निगरानी की टीम कार्यपालक अभियंता और कैशियर को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना लेकर चली गई। जहां पूछताछ के बाद दोनों को निगरानी कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक निगरानी की टीम ने दाउदनगर में पदस्थापित ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार एवं रोकड़ पाल राकेश कुमार सुमन के घर छापेमारी कर दोनों को रिश्वत के पैसों के साथ धर दबोचा। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई की किसी को भनक तक नहीं लगी। दोनों को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उन्हें अपने साथ लेकर पटना चली गई।
बताया जा रहा है कि तेलिया पोखर निवासी संवेदक गोपाल सिंह के कई कार्य ग्रामीण कार्य विभाग में चल रहे थे और उसका समय समाप्त हो रहा था। समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण संवेदक गोपाल सिंह ने अवधि विस्तार के लिए आवेदन दिया था। अवधि बढ़ाने के एवज में कार्यपालक अभियंता द्वारा मोटी रकम की मांग की गई थी। संविदा अवधि के विस्तार को लेकर कार्यपालक अभियंता लगातार ठेकेदार पर पैसों के लिए दबाव बना रहा था।
कार्यपालक अभियंता के दबाव से परेशान होकर ठेकेदार ने इसकी जानकारी निगरानी विभाग को देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। संवेदक के आवेदन पर कार्रवाई करते हुए निगरानी की टीम ने जाल बिछाया और रिश्वत लेने के मामले में शामिल कार्यपालक अभियंता एवं रोकड़ पाल को रंगे हाथ धर दबोचा। दोनों ने ठेकेदार से कितने रुपए लिए थे यह फिलहाल स्पष्ट नही हो सका है हालांकि दोनों के द्वारा ठेकेदार से लगभग डेढ़ लाख लिए जाने की बात सामने आ रही है।