ब्रेकिंग न्यूज़

शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..

बिहार सरकार को नहीं मिल रहे अफसर, BDO और CO के लिए फिर से निकाली जाएगी वैकेंसी

बिहार सरकार को नहीं मिल रहे अफसर, BDO और CO के लिए फिर से निकाली जाएगी वैकेंसी

05-Feb-2020 07:52 PM

By

PATNA : देश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. केंद्र और राज्य सरकार पर विपक्ष लगातार सवाल उठाते रहा है. लेकिन आप यह जानकार डंग रह जायेंगे कि बेरोजगारी के इस दौर में भी बिहार सरकार को अफसर नहीं मिल रहे हैं. बिहार के दो बड़े विभागों में अफसरों की कमी है. इतना ही नहीं पहले से जो अफसर थे वो भी नौकरी छोड़कर जा रहे हैं.


बिहार सरकार के  ग्रामीण विकास और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अफसरों की कमी हो गई है. ये दोनों विभाग साहेब लोगों की कमी झेल रही हैं. जैसा की सभी लोग जानते हैं कि इन विभागों में ग्रामीण विकास पदाधिकारी यानी कि BDO और अंचल अधिकारी यानी कि CO होते हैं. इनके ऊपर ही कार्यभार की जिम्मेदारी होती है. लेकिन इन अफसरों की कमी देखि जा रही है. जिसके कारण नए सिरे से इन विभागों में अफसरों के लिए वैकेंसी निकालने की तैयारी  की जा रही है. 


एक ताजा मामले के मुताबिक बिहार लोकसेवा आयोग ने पिछले साल इस विभाग के लिए 130 अफसरों की सिफारिश की थी. BPSC की 60 वीं से 62 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर हुई थी. बिहार राजस्व सेवा कैडर के इन अफसरों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन पिछले साल 27 एवं 28 मई को किया गया. जिसमें सभी कैंडिडेट्स नहीं आये. बचे हुए अभ्यर्थियों को जब दूसरा मौका दिया गया तो भी 17 अभ्यर्थी नहीं आये. 31 जनवरी सत्यापन के लिए विभाग के अधिकारी बैठे। 17 में से सिर्फ 2 लोग ही आये. 


ग्रामीण विकास विभाग में भी अफसरों के संकट  को देखते हुए नए सिरे से वैकेंसी की घोषणा कर आयोग के पास मांग भेजी जाएगी. दरअसल बात ये है कि जब BDO साहेब को अच्छा मौका मिलता है तो वो नौकरी छोड़ देते हैं. पिछले साल ही 10 से अधिक अफसरों ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. अब विभाग में अफसरों की कमी होने के कारण ही काम का दबाव बढ़ता जा रहा है.