Bihar News: चाची को हुआ भतीजे से ऐसा प्यार, पति की मौजूदगी में मंदिर में रचा ली शादी; बोली- साथ जिएंगे साथ मरेंगे Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार स्कॉर्पियो गंगा नदी में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Khan Sir: खान सर ने दी दूसरी रिसेप्शन पार्टी, सिर्फ छात्राओं को एंट्री; क्यों नहीं पहुंचीं मिसेज खान? Khan Sir: खान सर ने दी दूसरी रिसेप्शन पार्टी, सिर्फ छात्राओं को एंट्री; क्यों नहीं पहुंचीं मिसेज खान? Bihar Crime News: बिहार में भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त, झारखंड से भेजी जा रही थी बड़ी खेप Mahayagya in Gayaji: गयाजी में श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ की पूर्व संध्या पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल Mahayagya in Gayaji: गयाजी में श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ की पूर्व संध्या पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल युवा-छात्र संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी समिति की बैठक, बड़ी संख्या में युवा नेता हुए शामिल युवा-छात्र संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी समिति की बैठक, बड़ी संख्या में युवा नेता हुए शामिल
08-Dec-2024 03:26 PM
By First Bihar
MOTIHARI: बिहार में सरकारें बदली लेकिन अब भी राज्य के कई ऐसे इलाके हैं जिनकी तस्वीर नहीं बदल सकी है। राज्य में अब भी कैसे इलाके हैं, जहां विकास की किरण दूर-दूर तक देखने को नहीं मिलता है। इन इलाकों के लोग अब भी बाबा आदम के युग में जी रहे हैं। पूर्वी चंपारण के मोतिहारी से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई है जो बिहार के विकास की कहानी बयां कर रही है।
दरअसल, सुगौली के माली पंचायत स्थित सिकरहना नदी के आस-पास के दर्जनों गांव के हजारों लोगों की जिंदगी चचरी पुल के सहारे चल रही है। प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर हजारों लोग इस चचरी पुल से गुजरते हैं। मठ समिति के द्वारा चचरी पुल बनाकर आस-पास के लोगों को सुविधा दी जाती है लेकिन साथ ही इस पुल से गुजरने वाले लोगों से लाखों रुपए की वसूली भी की जाती है।
चचरी पुल से आने-जाने वाले लोगों से जो पैसे वसूले जाते हैं वह मठ को जाता है। यह पुल दर्जनों गांवों को मुख्यालय से जोड़ती है। बरसात में नदी का पानी बढ़ने के बाद चचरी पुल टूटकर धराशाई हो जाता है। चचरी पुल के ध्वस्त होने के बाद लोग किसी तरह से लंबी दूरी तय कर मुख्यालय पहुंच पाते हैं। इस रास्ते से मोटरसाइकिल, साइकिल सहित पैदल लोग आया-जाया करते हैं।
पुल पार करते समय कभी-कभी अनबैलेंस होकर लोग बाइक समेत नदी में गिर जाते हैं और घायल हो जाते हैं। इस तरह की घटनाएं कई बार हो चुकी हैं। बरसात में लोग रेलवे पुल का सहारा लेते हैं। जान जोखिम में डालकर रेल पुल पार करते हैं और कई बार ट्रेन की चपेट में भी आ जाते हैं। इस बड़ी समस्या पर को प्रशासनिक स्तर का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही है।
रिपोर्ट- सोहराब आलम