MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल
11-Mar-2023 07:48 AM
By First Bihar
PATNA : खुद का मकान बनाने का सपना देखने वालों लोगों के लिए अब एक अच्छी खबर है, अब उन्हें पहले से कम खर्च करना होगा। दरअसल, राज्य में अब मकान बनाने वालों को पहले से अधिक आसानी होने वाली है। अब सरिया और सीमेंट की कीमत में भी कमी दर्ज की गयी है। सीमेंट 10 रुपये प्रति बोरी सस्ता हुआ है तो वहीं सरिया की कीमत में 500 रुपये प्रति क्विंटल की कमी आई है। ऐसे में अब मकान निर्माण के खर्च में कुछ बचत हो जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार, वतर्मान में गैर ब्रांडेड सरिया की कीमत 6000 रुपये प्रति क्विंटल है। इससे पहले यह कीमतें 6500 रुपये प्रति क्विंटल थी। जबकि ब्रांडेड सरिया की कीमत 7000 रुपये प्रति क्विंटल से घटकर 6500 रुपये तक हो गयी है। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा हो कि, जुलाई के बाद कीमत और गिर सकती है।
वहीं, दूसरी ओर सीमेंट की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गयी है, जो राहत वाली बात है। सीमेंट की कीमत 10 रुपये प्रति बोरी कम हुई है। जो सीमेंट दो सप्ताह पहले 350 रुपये प्रति बोरी मिल रहा था। अब वह सीमेंट 340 रुपये प्रति बोरी बिक रहा है। इस महीने के अंत में भवन निर्माण ठहर-सा जाता है। खासकर सरकारी प्रोजेक्ट का काम और इस कारण मांग कम हो जाती है और कंपनी सीमेंट की कीमत में कटौती कर देती है।
आपको बताते चलें कि, इससे पहले सपनों के आशियाने पर महंगाई की मार लगातार पड़ती जा रही थी। जिस कारण घर बनाना आसान नहीं थी पिछले छह माह में घर बनाने की लागत 30-40 प्रतिशत तक बढ़ गई थी। निर्माण सामग्री के दाम से लेकर मजदूरी में लगातार इजाफा हो रहा था। जिससे लोग घर बनाने के काम पर ब्रेक लगाने लगे हैं। कोरोना काल में मंदी की कारण लोगों पर पहले ही आर्थिक बोझ बढ़ गया था। जब स्थिति सुधरा तो लोग घर बनाने की पहल किए। लेकिन, बढ़ती महंगाई ने उनके सपनों को तोड़ दिया।