ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन

बिहार : इलाज के दौरान गर्भवती महिला की हुई मौत, हॉस्पिटल के कर्मियों पर लगा लापरवाही का आरोप

बिहार : इलाज के दौरान गर्भवती महिला की हुई मौत, हॉस्पिटल के कर्मियों पर लगा लापरवाही का आरोप

17-May-2022 12:46 PM

By

SAHARSA : खबर बिहार के सहरसा जिले से है। जहां कोसी ईलाके का पीएमसीएच कहे जाने वाले सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल के कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इधर हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच गई है। 


परिजनों का आरोप है कि बीते कल पेसेंट सुनीता देवी को डिलीवरी के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद अस्पताल कर्मियों द्वारा बाहर से अल्ट्रासाउंड कर लाने को कहा गया।  अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लाने के बाद पेसेंट का ऑपरेशन किया गया। पेसेंट ने एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल के कर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए सिजेरियन पेसेंट को जरनल वार्ड में भर्ती कर दिया। जिसके बाद पेसेंट के पेट मे अचानक दर्द करने लगा। बार बार अस्पताल कर्मियों को शिकायत की गई, लेकिन कोई देखने नही आया इस बीच पेसेंट दर्द से तड़प-तड़प कर मर गई। 


अब बड़ा सवाल यह है कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड रहने के बावजूद पेसेंट को बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने को क्यों कहा गया। बार बार पेसेंट के परिजन कर्मियों को इलाज के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन कोई भी देखने तक नही आया। सदर अस्पताल में इस तरह की घटना अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर करती है।